इन्वेस्ट राजस्थान-2022 | 16 Dec 2021

चर्चा में क्यों?

  • 15 दिसंबर, 2021 को इन्वेस्ट राजस्थान-2022 का आरंभ संपूर्ण प्रदेश में मैनचेस्टर के रूप से पहचान बना चुके भीलवाड़ा ज़िले से हुआ। 

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने जयपुर से वर्चुअल माध्यम द्वारा समिट में आए अतिथियों एवं उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विज़न राजस्थान के प्रत्येक क्षेत्र में विकास करना व प्रगति के नए आयाम स्थापित करना है।
  • राजस्थान देश का प्रथम राज्य है जहाँ उद्योगों को बढ़ावा देने, निवेश का बेहतर वातावरण बनाने व रोज़गार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इन्वेस्ट समिट कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, जिसकी शुरूआत भीलवाड़ा से हुई है। 
  • कार्यकम का केंद्रबिंदु् एमओयू सेरेमनी रही, जहाँ सभी क्षेत्रों के प्रमुख निवेशकों के साथ भीलवाड़ा ज़िला कलक्टर शिवप्रसाद एम. नकाते ने एमओयू निष्पादित किये।
  • समिट के दौरान राज्य सरकार की उद्योगों से जुड़ी जानकारी एवं सरकार द्वारा किये जा रहे सहयोग के प्रति उद्यमियों ने उत्साह दिखाया एवं कार्यक्रम के दौरान ही 10 हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा के निवेश हेतु एम.ओ.यू. हस्ताक्षर किए।
  • ज़िलास्तरीय समिट में 700 से अधिक उद्यमियों ने प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया, वहीं अमेरिका, दुबई, कतर, ऑस्ट्रेलिया, युगांडा, इंग्लैंड, जापान आदि से अप्रवासी भारतीयों के 26 संगठन ऑनलाइन जुड़े।
  • लगभग 200 औद्योगिक इकाइयों एवं निवेशकों द्वारा टेक्सटाइल, एग्रो फूड प्रोसेसिंग, मेडिकल, टूरिज्म, मिनरल्स एंड केमिकल्स, फर्नीचर, सीमेंट प्रोडक्ट सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों में 10 हज़ार करोड़ रुपए से भी ज़्यादा के निवेश करने पर समझौता हुआ। 
  • समिट में भीलवाड़ा ज़िले के संपूर्ण उद्योग एवं वाणिज्य परिद्वश्य को दर्शाती हुए टेक्सटाइल, एग्रो फूड प्रोसेसिंग, मेडिकल, मिनरल्स व माइनिंग, बैंकिंग, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइज़ेशन, एमएसएमई टेक्नोलॉजी सेंटर, ज़िलास्तरीय सिंगल विंडो वन स्टॉप शॉप, वूडन व स्टोन कार्विंग की आकर्षक स्टॉल्स में उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। 
  • समिट में अतिथियों द्वारा उद्योग से जुड़ी जानकारियों के ब्रोशर का विमोचन किया गया एवं ज़िले में उद्योग की संभावनाओं की जानकारी शार्ट फिल्म द्वारा दी गई।
  • भीलवाड़ा ज़िला  कलेक्टर शिवप्रसाद एम. नकाते ने बताया कि 10 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश होने पर ज़िले में 25 हज़ार से ज़्यादा लोगों को रोज़गार मिलेगा।
  • समिट में यूआईटी की ओर से आज़ादनगर में प्रस्तावित मेडिसिटी योजना का प्रजेंटेशन दिया गया। इसमें सुपर स्पेशिएयलिटी हॉस्पिटल, फॉर्मा कंपनियाँ, पार्क आदि सुविधाएँ होंगी।

‘इन्वेस्ट राजस्थान-2022’ | 07 Oct 2021

चर्चा में क्यों?

6 अक्तूबर, 2021 को राज्य सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राजस्थान को निवेश का हब बनाने एवं नए निवेशकों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा 20 एवं 21 जनवरी, 2022 को जयपुर के सीतापुरा स्थित जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC) में स्टेट इन्वेस्टर समिट ‘इन्वेस्ट राजस्थान 2022’ का आयोजन किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • सूत्रों के अनुसार इस समिट के दौरान निवेश संबंधी कार्य ऑन दी स्पॉट किये जाएँगे।
  • समिट से पहले मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री एवं अन्य विभागों के मंत्रियों के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल देश एवं देश से बाहर के निवेशकों से संपर्क कर उन्हें राजस्थान के विकास में भागीदार बनने के लिये आमंत्रित करेंगे। 
  • निवेशकों से जुड़ने के लिये 21 अक्तूबर, 2021 से वर्चुअल वेबिनार, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय रोड शो तथा विभिन्न देशों के डिप्लोमेट्स के साथ चर्चा जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जाएँगे। इनके माध्यम से राजस्थान को इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
  • समिट के सफल आयोजन के लिये राज्य सरकार द्वारा 12 से 18 नवंबर के बीच दुबई में होने वाले दुबई एक्सपो के साथ ही अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, फ्राँस एवं यूनाइटेड किंगडम में अंतर्राष्ट्रीय रोड शो तथा अहमदाबाद, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली, बंगलुरू एवं हैदराबाद में भी रोड शो आयोजित करने की रूपरेखा तैयार की गई है।
  • उल्लेखनीय है राजस्थान में पिछले ढाई साल में निवेशकों की सुविधा के लिये रिप्स-2019, सोलर एनर्जी पॉलिसी, विंड एंड हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी, वन स्टॉप शॉप प्रणाली, एमएसएमई एक्ट जैसे नीतिगत निर्णय लेते हुए ईज ऑफ डूईंग बिज़नेस की दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य हुए हैं। 
  • सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित बोर्ड ऑफ इंवेस्टमेंट ने करीब 1 लाख 67 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव को कस्टमाइज्ड इंसेंटिव देने की मंज़ूरी दी गई है। इन प्रस्तावों के साकार होने से प्रदेश में करीब 40 हज़ार नये रोज़गार पैदा होंगे। इनमें से 90 प्रतिशत रोज़गार प्रदेश के जालौर, जैसलमेर एवं बाड़मेर जैसे रेगिस्तानी इलाकों में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मिलेंगे। 
  • अडानी ग्रीन एनर्जी, रिन्यू पॉवर, ग्रीनको एनर्जीज एवं जेएसडब्ल्यू सोलर द्वारा प्रदेश में करीब 1 लाख 64 हज़ार 540 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। इससे नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 37 हज़ार रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। 
  • गौरतलब है कि भारत सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान स्थापित सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में देश का नंबर वन राज्य बन गया है। विगत आठ माह में ही राजस्थान में 2348.47 मेगावाट नई सौर ऊर्जा की क्षमता स्थापित की गई है। इस अवधि में रिकॉर्ड 10 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश इस क्षेत्र में हुआ है। राज्य में 2024-25 तक 30 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
  • प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने में यहाँ उपलब्ध औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान में प्रदेश में 350 औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहाँ 84 हज़ार एकड़ औद्योगिक भूमि उपलब्ध है। आने वाले समय में 150 औद्योगिक पार्क और स्थापित किये जाएँगे। रीको क्षेत्र में 40 हज़ार ऑपरेशनल यूनिट स्थापित हैं। 
  • डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रदेश के करीब 563 किलोमीटर क्षेत्र से गुजरेगा। 1730 किलोमीटर क्षेत्र में गैस ग्रिड प्रोजेक्ट होगा। प्रदेश में 3 विशेष आर्थिक ज़ोन (SEZ) स्थापित हैं।