IIT पटना ने NITIE मुंबई के साथ समझौते पर किया हस्ताक्षर, अब बीटेक के साथ होगी एमबीए की पढ़ाई | 24 Nov 2022

चर्चा में क्यों?

22 नवंबर, 2022 को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (नीटी) मुंबई के साथ आईआईटी पटना ने इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री प्रोग्राम के लिये एमओयू साइन किया है, जिसके तहत IIT पटना के छात्र अब बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) के साथ-साथ मास्टर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) की पढ़ाई भी कर सकते हैं।

प्रमुख बिंदु

  • आईआईटी के निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री प्रोग्राम पाँच साल की अवधि का होगा। यह आईआईटी पटना और नीटी मुंबई के परिसर में पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम होगा। इच्छुक और योग्य स्टूडेंट्स बीटेक कोर्स वर्क के साथ-साथ तीसरे वर्ष से आवश्यक कोर्स वर्क शुरू करेंगे।
  • अंतिम सेमेस्टर (आठवें सेमेस्टर) में स्टूडेंट्स अगले 18 महीनों में कार्यक्रम को पूरा करने के लिये नीटी मुंबई के परिसर में जा सकेंगे। बीटेक और एमबीए की डिग्री आईआईटी पटना देगा।
  • छात्र एमबीए के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं। स्टूडेंट्स मार्केटिंग, बिज़नेस, फाइनांस, प्रोजेक्ट एनालिटिक्स, नवाचार और उद्यमिता के साथ-साथ 10 अलग-अलग क्षेत्रों की विशेषता हासिल कर सकेंगे। समझौता ज्ञापन के अनुसार दोनों संस्थान अपनी-अपनी क्षमता के आधार पर स्टूडेंट्स को प्रशिक्षित करेंगे।
  • प्रो. टीएन सिंह ने कहा कि आईआईटी पटना वर्तमान में इंजीनियरिंग और विज्ञान में स्नातक एवं स्नातकोत्तर कार्यक्रम चला रहा है। इस सहयोग का उद्देश्य बाज़ार की अन्य ज़रूरतों को पूरा करना और स्टूडेंट्स के बीच तकनीकी-प्रबंधकीय क्षमता विकसित करना है।
  • स्टूडेंट्स तकनीकी संस्थानों में तकनीकी विषयों में और नीटी मुंबई में प्रबंधकीय कौशल में अपने कौशल का विकास करेंगे। इसके बाद ये सभी स्टूडेंट्स व्यापार जगत और बाज़ार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की बढ़ती मांग पर काम करेंगे। इन्हीं ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री शुरू की जाएगी।
  • गौरतलब है कि NITIE को लगातार भारत के शीर्ष बी-स्कूलों में स्थान मिला है। नीटी देश की बढ़ती इंजीनियरिंग और प्रबंधन की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये कुशल पेशेवरों को तैयार करने हेतु प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरिंग संस्थान को शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान को बढ़ावा देने के लिये नोडल हब के रूप में नामित किया गया है।