उन्नाव में भारत का पहला निजी एआई-संवर्द्धित विश्वविद्यालय परिसर | 01 Aug 2025

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उन्नाव में भारत के पहले निजी एआई-संवर्द्धित बहु-विषयक चंडीगढ़ विश्वविद्यालय परिसर का उद्घाटन करके उच्च शिक्षा में एक अग्रणी कदम उठाया है।

  • इसका उद्देश्य आधुनिक शिक्षा को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और भारत की सांस्कृतिक विरासत के साथ मिश्रित करना है, जो उत्तर प्रदेश के शैक्षिक तथा तकनीकी परिदृश्य में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुख्य बिंदु

  • एआई-संवर्द्धित बहु-विषयक शिक्षा
    • नव-उद्घाटित परिसर शिक्षण पद्धतियों को बढ़ाने के लिये कृत्रिम बुद्धिमत्ता का लाभ उठाएगा, जिसमें अनुसंधान, नवाचार और समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
    • यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बहु-विषयक शिक्षा के अनुरूप है।
  • राष्ट्रीय मिशनों के अनुरूप:
    • मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय की स्थापना को स्टार्टअप इंडिया जैसी राष्ट्रीय पहलों के साथ जोड़ते हुए इसे उत्तर प्रदेश की वैश्विक उपस्थिति को मज़बूत करने की दिशा में उद्यमिता और उद्योग सहयोग को बढ़ावा देने वाली पहल बताया।
    • मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों को विद्यार्थियों के लिये करियर मार्गदर्शन, उद्योग-उन्मुख कौशल विकास तथा अवसरों के द्वार के रूप में कार्य करना चाहिये।

उत्तर प्रदेश में शिक्षा सुधार और बुनियादी ढाँचा

  • उत्तर प्रदेश में अब तक 23 नए निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को प्रोत्साहन दिया गया है।
  • प्रदेश में देश का पहला आयुष विश्वविद्यालय (महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर) स्थापित किया गया है तथा एक खेल विश्वविद्यालय (मेजर ध्यानचंद राज्य खेल विश्वविद्यालय) निर्माणाधीन है।
  • नए सुधारों के तहत अब राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में 50 एकड़ तथा शहरी क्षेत्रों में 20 एकड़ भूमि पर निजी विश्वविद्यालय स्थापित किये जा सकते हैं।
  • प्रदेश के विश्वविद्यालय अब NAAC मूल्यांकन और NIRF रैंकिंग सुधारने हेतु सतत् प्रयासरत हैं। परिणामस्वरूप, राज्य की 6 विश्वविद्यालयों ने A++ ग्रेड, 2 विश्वविद्यालयों ने A+ ग्रेड प्राप्त किया है तथा राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है।

उत्तर प्रदेश में नवाचार की संभावनाएँ

  • उत्तर प्रदेश भारत का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है, जहाँ 7,200 से अधिक सक्रिय स्टार्टअप के माध्यम से 1 लाख से अधिक रोज़गार सृजित हुए हैं।
  • प्रदेश में अब तक 8 यूनिकॉर्न कंपनियाँ स्थापित हो चुकी हैं।
  • लखनऊ में एक महत्त्वाकांक्षी AI सिटी परियोजना की शुरुआत की गई है, जिसका लक्ष्य 400 से अधिक कंपनियों की भागीदारी से 50,000 रोज़गार सृजित करना है।
  • इस AI सेंटर की स्थापना का नेतृत्व IBM द्वारा किया जाएगा।