झारखंड में 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का शुभारंभ | 03 May 2023

चर्चा में क्यों?

02 मई 2023 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय, जगन्नाथपुर, धुर्वा में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा आयोजित 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का राज्यस्तरीय समारोह में शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय जगन्नाथपुर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन तथा वेबसाइट का लोकार्पण किया। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय जगन्नाथपुर को सीबीएसई से संबद्धता संबंधित प्रमाणपत्र विद्यालय प्रधान को सौंपा गया।
  • मुख्यमंत्री ने 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का ऑनलाइन उद्घाटन एवं इन विद्यालयों में नामांकन की औपचारिक घोषणा की।
  • ये सभी 80 विद्यालय सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं, जहाँ बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। इसके साथ राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा का अधिकार भी प्राप्त होगा।
  • विदित है कि राज्य सरकार ने पूरे राज्य में 80 ज़िला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय, 325 प्रखंड स्तरीय लीडर स्कूल और 4,091 ग्राम पंचायत स्तरीय आदर्श विद्यालय बनाने एवं सरकारी स्कूल के 15 लाख से अधिक बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य तय किया है।
  • इन विद्यालयों में अत्याधुनिक आधारभूत संरचना, लाइब्रेरी, सांइस लैब, डिजिटल स्मार्ट क्लास, सूचना प्रौद्योगिकी का मजबूत ढाँचा, खेल प्रशिक्षण समेत अन्य सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
  • विदित है कि 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण दो चरणों में नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप द्वारा कराया जा चुका है। 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का दो चरण में प्रशिक्षण अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा पूर्ण कर लिया गया है।
  • जनवरी 2023 में प्रधानाध्यापकों में क्षमता वर्धन हेतु आईआईएम द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
  • इन उत्कृष्ट विद्यालयों के बच्चों को 11 ट्रेड में व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बच्चों को एग्रीकल्चर, आईटी, आईटीईएस, अपारेल एण्ड मेडअप एण्ड होम फर्निशिंग, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ऑटोमोटिव, टूरिज्म एंड हॉस्पिटालिटी समेत अन्य ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • संबंधित ट्रेड से जुड़े राज्य स्तरीय प्रतिष्ठानों एवं संस्थानों के साथ इंडस्ट्रियल फील्ड विजिट की व्यवस्था की जा रही है ताकि भावी जीवन में उनके रुचि के अनुसार रोज़गार के अवसर भी उपलब्ध हो सके।