हेलीकॉप्टर-संचालित बोमा तकनीक | 24 Oct 2025

चर्चा में क्यों?

मध्य प्रदेश वन विभाग ने भारत में पहली बार पश्चिमी हिस्सों में फसल क्षति हेतु ज़िम्मेदार काले हिरण (ब्लैकबक) और नीलगाय को पकड़ने तथा स्थानांतरित करने के लिये हेलीकॉप्टर-संचालित बोमा तकनीक शुरू की है, जो वन्यजीव प्रबंधन में एक विशिष्ट कदम है।

मुख्य बिंदु

  • परिचय: यह अभियान शाजापुर ज़िले के कालापीपाल क्षेत्र में शुरू किया गया, जहाँ काले हिरण (ब्लैकबक) और नीलगाय ने खड़ी फसलों को व्यापक क्षति पहुँचाई है, जिससे किसानों के लिये बड़ी चुनौती उत्पन्न हुई है।
    • यह शाजापुर में दस दिवसीय पायलट अभियान का उद्देश्य किसानों की फसलों की सुरक्षा करना और सुरक्षित, वैज्ञानिक वन्यजीव प्रबंधन को प्रोत्साहन प्रदान करना है तथा इसकी सफलता पर आधारित इस पहल को मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों में दोहराने की योजना है।
    • पहले दिन हेलीकॉप्टर-संचालित बोमा तकनीक का उपयोग करके 45 काले हिरण (ब्लैकबक) को पकड़ा गया और 15-सदस्यीय दक्षिण अफ्रीका की विशेषज्ञ टीम की देख-रेख में लगभग 275 किलोमीटर दूर गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया।
  • बोमा तकनीक: बोमा तकनीक अफ्रीका में विकसित एक वन्यजीव पकड़ने और स्थानांतरित करने की विधि है।
    • इसमें हेलीकॉप्टर और शंकु-आकार के बाड़े (बोमा) का उपयोग करके पशुओं को सुरक्षित रूप से पकड़ने वाले क्षेत्र में लाया जाता है।
    • यह विधि पशुओं पर तनाव और चोट लगने की संभावना को न्यूनतम करती है, जिससे उनका सुरक्षित तथा कुशल स्थानांतरण सुनिश्चित होता है।
  • गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य:
    • यह मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भाग में, राजस्थान की सीमा के पास स्थित है और इसका क्षेत्रफल 368 वर्ग किलोमीटर है।
    • यह सवाना, खुले घास के मैदान, शुष्क पर्णपाती वन और नदी किनारे वाले क्षेत्रों का विविध पारिस्थितिकी तंत्र प्रस्तुत करता है तथा इसे एक महत्त्वपूर्ण पक्षी एवं जैवविविधता क्षेत्र (IBA) के रूप में मान्यता प्राप्त है।
    • अभयारण्य की वनस्पति खथियार-गिर शुष्क पर्णपाती वन पारिस्थितिकी क्षेत्र की विशेषता को दर्शाती है।

काला हिरण (Blackbuck) 

  • परिचय: 
    • यह घास के मैदानों के पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य का प्रमुख संकेतक है।
    • मुख्य रूप से यह राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा जैसे राज्यों के खुले घास के मैदानों तथा झाड़ी वाले क्षेत्रों में निवास करता है।
  • संरक्षण स्थिति:
    • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंताजनक (Least Concern)
    • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972: अनुसूची I
    • CITES: परिशिष्ट III 

नीलगाय (Blue Bull)

  • परिचय:
    • एशिया का सबसे बड़ा एंटीलोप, जो बोविडे (Bovidae) कुल से संबंधित है और भारतीय उपमहाद्वीप का मूल निवासी है।
    • हल्के वनाच्छादित वनों, झाड़ियों, घास के मैदानों एवं कृषि क्षेत्रों में निवास करता है और अक्सर मानव बस्तियों के आस-पास देखा जाता है।
  • वितरण: भारत, नेपाल और पाकिस्तान में पाया जाता है।
  • संरक्षण स्थिति:
    • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंताजनक (Least Concern)
    • वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुसूची III