गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका, कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव 2023 | 28 Mar 2023

चर्चा में क्यों?

27 मार्च, 2023 को छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर रायपुर में चार दिवसीय ‘गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका, कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव 2023’ का शुभारंभ किया। यह आयोजन नाबार्ड के छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा 30 मार्च तक किया जा रहा है।

प्रमुख बिंदु

  • प्रदर्शनी में नाबार्ड ने 120 स्टॉल प्रायोजित किया है जिनमें नाबार्ड समर्थित स्वयं सहायता समूहों, एफपीओ, गैर कृषि क्षेत्र के कारीगरों समेत 250 प्रतिभागी सम्मिलित हुए हैं।
  • छत्तीसगढ़ के विभिन्न ज़िलों से 125 प्रतिभागी, साथ ही देश के अन्य 15 राज्यों- यथा महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिमी बंगाल, झारखंड, तमिलनाडु, राजस्थान, आंध्र प्रदेश व हरियाणा से करीब 125 प्रतिभागी प्रदर्शनी में भाग लेकर इसका लाभ उठाएंगे। इसके अलावा राज्य के 5 ज़िलों से 125 किसानों और कारीगरों को भी एक्स्पोजर विजिट पर आमंत्रित किया गया है।
  • इस अवसर पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस तरह के आयोजन आदिवासी और सांस्कृतिक परंपरा को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस मेले के आयोजन से ग्रामीण कुटीर उद्योगों तथा हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा एवं रोज़गार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
  • अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि नाबार्ड के इस राष्ट्रीय मेला में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों के ग्रामीण शिल्पकारों, बुनकरों, स्व-सहायता समूहों एवं किसानों द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी और बिक्री के लिये स्टॉल लगाए गए हैं। नाबार्ड द्वारा ऐसे शिल्पकारों एवं कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिये समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।
  • नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. ज्ञानेंद्र मणि ने ‘गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका, कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव 2023’ का महत्त्व बताया और कहा कि नाबार्ड ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहा है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत नाबार्ड समर्थित स्वयं सहायता समूह, शिल्पकार, उत्पादक संगठनों, हथकरघा, हस्तशिल्पकारों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री हेतु एक मंच प्रदान करना है।