गढ़मुक्तेश्वर मेले का आयोजन मिनी कुंभ के रूप में | 27 Oct 2025
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि ऐतिहासिक गढ़मुक्तेश्वर मेले का आयोजन इस वर्ष 'मिनी कुंभ' के रूप में किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- राज्य की गहरी आस्था, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक यह मेला 30 अक्तूबर से 5 नवंबर, 2025 तक आयोजित किया जाएगा तथा इसमें लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
- कार्तिक पूर्णिमा पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह मेला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे महत्त्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों में से एक है।
- गढ़मुक्तेश्वर का धार्मिक और पौराणिक महत्त्व बहुत अधिक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत युद्ध के बाद, युधिष्ठिर, अर्जुन और भगवान कृष्ण ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिये यहाँ गंगा में स्नान किया था।
- यह भी माना जाता है कि भगवान परशुराम ने इस स्थल पर पवित्र मुक्तेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना की थी।
- स्कंद पुराण और महाभारत में गढ़मुक्तेश्वर को एक पूजनीय तीर्थस्थल बताया गया है, जहाँ गंगा में स्नान करने तथा अपने पूर्वजों के लिये प्रार्थना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- वार्षिक कार्तिक पूर्णिमा मेला न केवल राज्य की धार्मिक आस्था को दर्शाता है, बल्कि इसकी जीवंत सांस्कृतिक एवं लोक परंपराओं को भी प्रतिबिंबित करता है, जो प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को बृजघाट और मुक्तेश्वर घाट पर आकर्षित करता है।