मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में स्वीडन के इंग्का सेंटर्स के उत्तर भारत में पहले आइकिया ‘मिक्स्ड यूज़ कमर्शियल प्रोजेक्ट’ के निर्माण का शुभारंभ किया | 17 Aug 2022

चर्चा में क्यों?

16 अगस्त, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भारत में स्वीडन के राजदूत क्लास मोलिन की उपस्थिति में गुरुग्राम में स्वीडन के इंग्का सेंटर्स के उत्तर भारत में पहले आइकिया ‘मिक्स्ड यूज़ कमर्शियल प्रोजेक्ट’ का भूमि पूजन कर इसके निर्माण का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु 

  • लगभग 3500 करोड़ रुपए के निवेश से बनने वाले मिश्रित उपयोग वाले इस आइकिया प्रोजेक्ट का निर्माण गुरुग्राम के सेक्टर 47 में किया जाएगा।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट उत्तर भारत तथा इस क्षेत्र के ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये एक विश्वस्तरीय रिटेल एवं लेज़र गंतव्य होगा। इससे निवेश के साथ-साथ रोज़गार और व्यापार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में आइकिया जो भी बेचता है, उसका 27 प्रतिशत वह स्थानीय स्रोतों से लेता है, जिसे आने वाले वर्षों में 50 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य है। इस तरह की पहल जहाँ एक ओर स्थानीय युवाओं को रोज़गार के ज़्यादा अवसर उपलब्ध करवाएँगी, वहीं दूसरी ओर इससे राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
  • मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की निवेशक हितैषी नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार व्यवस्था में ‘एक्ट’ अर्थात् अकांटेब्लिटी, कम्युनिकेशन और ट्रांसपेरेंसी में विश्वास रखती है। इन उद्देश्यों को पाने के लिये प्रभावी और सतत् संवाद, जल्द निर्णय लेने के लिये मंथन और वर्तमान व्यवस्था में डिजिटल सिस्टम स्थापित करके पारदर्शी प्रणाली विकसित की गई है।
  • आइकिया इंडिया की सीईओ सुसान पल्वरर ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में अपने व्यवसाय द्वारा लोगों, पर्यावरण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ पहुँचाने के लिये हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है। इंग्का सेंटर्स के साथ हम होम फर्निशिंग बाज़ार में वृद्धि करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे और लोगों को रिटेल का बेजोड़ अनुभव प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि हम किफायती, खूबसूरत, बेहतरीन डिज़ाइन वाले सतत् होम फर्निशिंग उत्पाद व सेवाएँ उपलब्ध करवाएँगे।
  • इस प्रोजेक्ट में इंग्का सेंटर्स 400 मिलियन पाउंड, अर्थात् 3500 करोड़ रुपए निवेश करेगा। यहाँ पर बेहतरीन रिटेल, वर्कस्पेस और सामुदायिक कार्यक्रमों के लिये स्पेस होंगे। प्रोजेक्ट से लगभग 2500 नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद है।