ज़िला जल संसाधन योजना 2022-25 | 19 Oct 2022

चर्चा में क्यों?

18 अक्टूबर, 2022 को हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण अध्यक्षा केशनी आनंद अरोड़ा ने राज्य में स्थाई जल संसाधन प्रबंधन एवं योजना क्रियान्वयन को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में बताया कि राज्य में ‘ज़िला जल संसाधन योजना 2022-25’ तैयार की गई है।

प्रमुख बिंदु

  • इस योजना के तहत राज्य में हर साल जल की कमी के साथ-साथ जलभराव वाले क्षेत्रों के लिये ठोस एवं कारगर कदम उठाए जाएंगे।
  • केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि जल संसाधन योजना 2022-25 राज्य के 22 ज़िलों के लिये स्थायी जल प्रबंधन और योजना क्रियान्वयन की दिशा में बेहतर कार्य करेगी। इस कार्य योजना के तहत पानी की कमी के साथ जल भराव वाले क्षेत्रों में आगामी तीन साल के दौरान पानी के अंतर में 45 प्रतिशत तक कमी लाने का लक्ष्य तय किया गया है।
  • उन्होंने कहा कि इस योजना से पहले साल में 10 प्रतिशत, दूसरे साल में 15 प्रतिशत तथा तीसरे साल में 20 प्रतिशत पानी की कमी और जल भराव की समस्या को दूर किया जा सकेगा।
  • अध्यक्षा ने बताया कि ज़िला यमुनानगर और अंबाला में किये गए प्रयासों से दोनों ज़िलों ने जल भराव एवं जल प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी कार्य किया है। उन्होंने सभी ज़िलों के लिये एकीकृत और समग्र तीन वर्षीय ग्राम-स्तरीय जल कार्रवाई योजना तैयार करने के निर्देश दिये।
  • उन्होंने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन में पिछड़ने वाले ज़िलों के लिये सतही जल और भूजल के स्थाई जल के उपयोग को शामिल करके एक व्यापक स्तर की योजना बनाकर क्रियान्वित करने की आवश्यकता है, जिसका उपयोग बढ़ाकर और अधिक सकारात्मक परिणाम लाए जा सकेंगे।
  • अध्यक्षा ने बताया कि राज्य में गैर-पीने योग्य पानी के उद्देश्यों के लिये उपचारित अपशिष्ट जल का प्रयोग किया जाए, ताकि मीठे पानी के संसाधनों पर निर्भरता को कम किया जा सके। इसके लिये प्रत्येक ज़िले से कम-से-कम दो नवीन परियोजनाओं को आमंत्रित किया जाए और इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर अधिक निगरानी की जानी चाहिये।
  • मुख्य अभियंता सतबीर सिंह कादियान ने कहा कि जल संसाधन प्राधिकरण एवं जल प्रबंधन विभाग का यह महत्त्वपूर्ण एकसूत्रीय कार्यक्रम है। इस द्विवार्षिक जल प्रबंधन योजना को मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी ज़िलों में 24 अक्टूबर तक लागू किया जाएगा।