छत्तीसगढ़ के आकांक्षी और हाईबर्डन ज़िले में होगा फोर्टिफाइड चावल का वितरण | 22 Feb 2022

चर्चा में क्यों?

21 फरवरी, 2022 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में आकांक्षी ज़िलों और हाईबर्डन ज़िलों में कुपोषण एवं एनीमिया जैसी समस्याओं से निपटने के लिये फोर्टिफाइड चावल के वितरण का महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में 10 आंकाक्षी ज़िलों और 2 हाईबर्डन ज़िलों में मार्च 2022 से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राज्य योजना के राशनकार्डधारी परिवारों को फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जाएगा। राइस फोर्टिफिकेशन का शत-प्रतिशत खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। 
  • खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राज्य योजना के राशनकार्डों में चावल का वार्षिक आवंटन लगभग 3 लाख 89 हज़ार 486 टन है। इस चावल के फोर्टिफिकेशन के लिये लगभग 28.43 करोड़ और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के हितग्राहियों को फोर्टिफाइड चावल के वितरण के लिये राज्य सरकार द्वारा 11.16 करोड़ रुपए इस प्रकार की 39.59 करोड़ रुपए की राशि व्यय की जाएगी।
  • फोर्टिफाइड चावल का वितरण राज्य के 10 आकांक्षी ज़िले- कोरबा, राजनांदगाँव, महासमुंद, कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, कोंडागाँव, सुकमा तथा 2 हाईबर्डन ज़िलों कबीरधाम और रायगढ़ में किया जाएगा। 
  • इन ज़िलों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के राशनकार्डों की तरह ही राज्य योजना के राशनकार्डों में फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जाएगा।
  • गौरतलब है कि ‘फोर्टिफाइड’ चावल आयरन और विटामिन से युक्त होता है। इस चावल में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी12, फोलिक एसिड, आयरन और ज़िंक, सभी पोषक तत्त्व का मिश्रण होता है। यह लोगों की खुराक में आवश्यक पौष्टिक तत्त्वों की पूर्ति के साथ ही कुपोषण के नियंत्रण में काफी हद तक मददगार होता है।