नीति आयोग के एसडीजी अर्बन इंडेक्स में देहरादून का प्रदर्शन खराब | 26 Nov 2021

चर्चा में क्यों?

हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी पहले ‘सतत् विकास लक्ष्य शहरी सूचकांक’में उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी देहरादून ने खराब प्रदर्शन किया है। यह 63.71 अंकों के साथ देश के 56 शहरों में 35वें स्थान पर तथा ‘परफॉर्मर’की श्रेणी में है। 

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि नीति आयोग द्वारा प्रथम बार इस प्रकार के सतत् विकास लक्ष्य के अंतर्गत शहरी इंडेक्स जारी किया गया है। 
  • इंडेक्स में देश के 56 नगरीय क्षेत्रों को 77 सूचकांकों में प्राप्त की गई प्रगति के आधार पर रैंकिंग दी गई है, जिसमें सर्वाधिक 75.5 अंक प्राप्त कर शिमला प्रथम रैंक पर है। 
  • शहरों को 100 में से प्राप्त स्कोर के आधार पर विभाजित किया गया है। 65 और 99 के बीच स्कोर प्राप्त करने वाले शहरों को ‘फ्रंट-रनर ’, 50 और 64 के बीच स्कोर वाले शहरों को ‘परफॉर्मर’ तथा  50 से कम स्कोर वाले शहरों को ‘एस्पिरेंट्स’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। वहीं 100 अंकों वाले शहर को ‘अचीवर’की श्रेणी में रखा गया है।
  • अच्छे स्वास्थ्य और भलाई, गरीबी नहीं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सस्ती और हरित ऊर्जा जैसे 14 स्थायी लक्ष्यों के आधार पर शहरों को अंक दिये गए। इन स्थायी लक्ष्यों में, देहरादून ने तीन श्रेणियों- शून्य भूख, उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढाँचे और जलवायु कार्रवाई में क्रमश: 45, 47 और 31 अंकों के साथ खराब प्रदर्शन किया है।
  • देहरादून ने पाँच श्रेणियों - कोई गरीबी नहीं, अच्छा स्वास्थ्य व भलाई, अच्छा काम व आर्थिक विकास, असमानताओं में कमी और स्थायी शहर व समुदाय में 52 से 59 अंक हासिल किये। जबकि शेष सात वर्गों में किफायती और स्वच्छ ऊर्जा श्रेणी में सबसे ज्यादा अंक के साथ 72 से 96 अंक हासिल किये हैं।
  • गौरतलब है कि संयुत्त राष्ट्र संघ द्वारा सतत् विकास को सुनिश्चित करने हेतु 17 एसडीजी लक्ष्य निर्धारित किये गए है। एसडीजी के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु देश तथा राज्य प्रतिबद्ध हैं।