रक्षामंत्री ने चमोली-उत्तरकाशी में किया चार मोटर पुलों का वर्चुअल उद्घाटन | 29 Oct 2022

चर्चा में क्यों?

28 अक्टूबर, 2022 को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र चमोली और उत्तरकाशी के नेलांग घाटी में चार मोटर पुलों का वर्चुअल उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • रक्षामंत्री ने राज्य के कुलसारी में कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे पर तीन और नेलांग में एक पुल का उद्घाटन किया है और इन पुलों के बनने से भारत-चीन सीमा तक सेना की आवाजाही सुगम हो सकेगी तथा इसके अलावा सेना के बड़े वाहन आसानी से सीमा तक जा सकेंगे।
  • विदित है कि राज्य में कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे पर तीनों पुलों का निर्माण बीआरओ के 66 आरसीसी कमान गौचर की ओर से किया गया है। कुलसारी में हाईवे पर बने पुल की लंबाई 50 मीटर, थराली में कुसेरी पुल की 40 मीटर और लोल्टी में बने पुल की लंबाई 35 मीटर है। 
  • उत्तराखंड में शिवालिक प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर बिग्रेडियर राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सीमा सड़क संगठन ने इन तीन पुलों का निर्माण मात्र डेढ़ साल में किया है।
  • राज्य के उत्तरकाशी ज़िले के सीमांत क्षेत्र नेलांग घाटी में सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण पागल नाला पर पुल निर्माण कार्य पूरा हो गया है तथा अब भारी बरसात और भूस्खलन से नेलांग घाटी सड़क बंद नहीं होगी।
  • बीआरओ के मेजर नमन नरूला ने बताया कि यह पुल सेना के सर्वाधिक भार वाले टैंकों व उपकरणों को ले जाने में समर्थ है। सेना की तकनीकी भाषा में इसकी भार वहन क्षमता 70 आर है।
  • नेलांग घाटी में भू-स्खलन प्रभावित क्षेत्रों में चार और पुल बनाए जा रहे हैं, जिससे बरसात के दौरान भूस्खलन के चलते सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण सड़क बंद न हो। ये सभी पुल 50 से 65 मीटर स्पान के हैं। प्रत्येक पुल की लागत 6 से 7 करोड़ रुपए है तथा इनमें से एक पुल का निर्माण कार्य अगले वर्ष तक पूरा होने की संभावना है। ये सभी पुल भैरवघाटी से नेलांग घाटी के बीच 25 किमी के दायरे में बन रहे हैं।
  • राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम में इन पुलों के साथ ही देश की 72 अन्य परियोजनाओं का भी लेह घाटी से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के ज़रिये लोकार्पण किया।