कोविड-19 सीरो सर्वेक्षण | 19 Oct 2021

चर्चा में क्यों?

18 अक्तूबर, 2021 को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सितंबर, 2021 में आयोजित कोविड-19 सीरो सर्वेक्षण के तीसरे राउंड की रिपोर्ट जारी की, जिसमें राज्य के लोगों में सीरो-पॉजिटिविटी दर 76.3 प्रतिशत (शहरी 78.1 प्रतिशत और ग्रामीण 75.1 प्रतिशत) पाई गई, जबकि पहले सीरो राउंड में 8 प्रतिशत तथा दूसरे सीरो राउंड में 14.8 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर पाई गई थी।

प्रमुख बिंदु

  • ज़िला कुरुक्षेत्र में सबसे अधिक 85 प्रतिशत सीरो-पॉजिटिविटी देखी गई और सबसे कम फरीदाबाद में 64.2 प्रतिशत देखी गई, लेकिन फरीदाबाद में 14 प्रतिशत सैंपल का निष्कर्ष किन्हीं कारणों से नहीं निकल पाया, इसलिये फरीदाबाद ज़िला का दोबारा सीरो सर्वे करवाया जाएगा। 
  • इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने सीरो सर्वे के तीसरे राउंड की रिपोर्ट की पुस्तक का भी विमोचन किया।
  • सीरो सर्वे में पुरुषों में 75.3 प्रतिशत, महिलाओं में 77.1 प्रतिशत, 6 से 9 वर्ष के बच्चों में 69.8 प्रतिशत, 10 से 17 वर्ष के बच्चों 73.2 प्रतिशत की पॉजिटिविटी पाई गई है, जबकि टीकाकरण के पश्चात् लोगों में 81.6 प्रतिशत, नॉन-वैक्सीनेटेड लोगों में 75.5 प्रतिशत की पॉजिटिविटी पाई गई।
  • यह सीरो सर्वेक्षण कोविड-19 टीकाकरण के परिणामस्वरूप या प्राकृतिक संक्रमण द्वारा सार्स एंड कोव-2 के खिलाफ एंटीबॉडी की उपस्थिति का आकलन करने के लिये किया गया था। इस सर्वे में प्राकृतिक एवं टीकाकरण से उत्पन्न हुई एंटीबॉडी का पता लगाने का सर्वेक्षण किया गया और टीकाकरण के बाद बनने वाली एंटीबॉडी का स्पाइक प्रोटीन का टेस्ट भी हुआ है।  
  • यह सर्वेक्षण स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक चिकित्सा विभाग, पीजीआईएमएस, रोहतक के सहयोग से हरियाणा के सभी ज़िलों में किया गया। सीरो सर्वेक्षण के इस दौर में सैंपल का साइज 36,520 तक बढ़ाया गया, जबकि पहले दौर में 18,700 और दूसरे दौर में 15,840 का सैंपल साइज था।
  • उल्लेखनीय है कि इस सर्वे में स्वास्थ्य विभाग के लगभग 2200 अधिकारियों व कर्मचारियों को लगाया गया और एक स्तरीकृत बहुस्तरीय यादृच्छिक नमूनाकरण तकनीक (स्ट्रटीफाइड मल्टीस्टेज रैंडम सैंपलिंग टैक्नीक) का उपयोग किया गया तथा हरियाणा के सभी ज़िलों से 36,520 नमूने एकत्र करने के लिये कुल 913 क्लस्टरों की पहचान की गई। 
  • इस सर्वे को करने से पहले राज्य की आईडीएसपी सेल द्वारा 2200 लोगों को कई दौर का प्रशिक्षण दिया गया। फील्ड गतिविधि के लिये जीओ-कॉर्डिनेट्स (भू-निर्देशांक) के साथ ‘सेरो सर्वे मोबाइल एप्लिकेशन’ पर डिजिटल रूप से फील्ड गतिविधि को कैप्चर किया गया। राज्य आईडीएसपी सेल द्वारा पोर्टल पर पूरी गतिविधि की लाईव निगरानी की जा रही थी।