मुख्यमंत्री ने पैलेस ऑन व्हील्स का किया पुन: संचालन | 10 Oct 2022

चर्चा में क्यों?

8 अक्टूबर, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2 वर्षों से बंद पड़ी पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन को जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी का संचालन कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 से बंद था। पिछले 40 वर्षों से चल रही इस ट्रेन का 2 वर्षों के अंतराल के बाद पुन: प्रारंभ होना यह इंगित करता है कि आने वाले दिनों में राज्य में पर्यटन क्षेत्र और मज़बूती के साथ उभरेगा।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि इस शाही रेलगाड़ी को आरटीडीसी व पर्यटन विभाग की सकारात्मक पहल से पुन: शुरू किया गया है। रेलवे और आरटीडीसी के संयुक्त तत्वावधान में इस ट्रेन में आधुनिक साज-सज्जा और सभी पर्यटक सुख-सुविधाओं का समावेश किया गया है।
  • उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है और इस क्षेत्र में अनेक प्रकार की रियायतें दी जा रही हैं। पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान की पुरानी हवेलियाँ, गढ़, किले और रेगिस्तान के साथ लोक कलाएँ, हस्तशिल्प आदि की दुनिया भर में खास पहचान है।
  • उन्होंने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान देश का सबसे संपन्न राज्य है और दिल्ली-आगरा के बाद विदेशी पर्यटक राजस्थान आना पसंद करते हैं। यहाँ स्वदेशी पर्यटन की समृद्ध परंपरा रही है। वर्ष 2022-23 के बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये 1000 करोड़ रुपए का भी प्रावधान किया गया है।
  • उल्लेखनीय है कि प्रथम शाही रेल वर्ष 1982 में प्रारंभ हुई थी। रेलवे द्वारा समय-समय पर रेल की गेज परिवर्तन के फलस्वरूप मीटर गेज से ब्रॉड गेज ट्रेन वर्ष 1991 में दूसरी और 1995 में तीसरी शाही रेल का निर्माण किया गया।
  • शाही रेलगाड़ी का दिल्ली व आगरा के अलावा राजस्थान के खूबसूरत शहरों- जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर तथा भरतपुर का सफर सात दिन में तय करेगा।
  • राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के दर्शन कराती इस शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आनंदित करता है। यहाँ पर पर्यटक अपने आप को राजसी माहौल में पाता है। इसमें आवभगत, स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यटन निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सेवा भावना व अतिथि सत्कार को देखकर पर्यटक रोमांचित होते हैं।