मुख्यमंत्री ने दिये 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र लगाने के निर्देश | 27 Aug 2022

चर्चा में क्यों?

25 अगस्त, 2022 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र की स्थापना के निर्देश दिये। राज्य स्थापना के बाद पहली बार इतनी क्षमता का विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • यह छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक संयंत्र होगा। इस संयंत्र की स्थापना से छत्तीसगढ़ स्टेट जनरेशन कंपनी की स्वयं की विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी।
  • मुख्यमंत्री ने अपने निवास में पावर कंपनियों की समीक्षा बैठक में भविष्य में विद्युत की मांग की आपूर्ति के लिये आवश्यक विद्युत उपलब्धता की समीक्षा की। वर्ष 2030-31 तक अपेक्षित विद्युत मांग में वृद्धि की आपूर्ति हेतु नवीन विद्युत संयंत्र की आवश्यकता होगी।
  • मुख्यमंत्री ने राज्य की विद्युत उत्पादन कंपनी को कोरबा पश्चिम में उपलब्ध भूमि पर 2×660 मेगावॉट सुपर क्रिटिकल नवीन विद्युत उत्पादन संयंत्र की स्थापना हेतु समुचित कार्रवाई के निर्देश दिये।
  • विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा ने बताया कि यह सुपर क्रिटिकल संयंत्र अत्याधुनिक तकनीक से स्थापित किया जाएगा। इससे एक ओर बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, वहीं रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे।
  • उन्होंने बताया कि कोरबा पश्चिम में संयंत्र स्थापना हेतु स्वयं की भूमि उपलब्ध है। साथ ही, अपेक्षित परियोजना स्थल पर कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये वर्तमान चलित उत्पादन संयंत्रों हेतु कन्वेयर बेल्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।
  • कन्वेयर बेल्ट से कोयला उपलब्धता, स्वयं की भूमि उपलब्धता तथा सुपर क्रिटिकल प्लांट होने के कारण नवीन प्रस्तावित प्लांट से उत्पादित विद्युत की दर सस्ती होना अपेक्षित है। नवीन उत्पादन संयंत्र की स्थापना से स्थानीय रोज़गार का विकास भी संभव होगा।
  • मुख्यमंत्री के निर्देश उपरांत संयंत्र स्थापना के लिये आवश्यक स्वीकृतियाँ, कोयला आबंटन, जल आबंटन सहित विस्तृत डी.पी.आर. इत्यादि तैयार करने का कार्य विद्युत उत्पादन कंपनी द्वारा त्वरित गति से किया जाएगा, जिससे वर्ष 2030-31 तक अपेक्षित विद्युत आपूर्ति संभव हो सके।