‘रैली फॉर रिवर्स’अभियान द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार की ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’की सराहना | 06 Apr 2023

चर्चा में क्यों?

04 अप्रैल, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ में किसानों की आय में बढ़ोतरी और पर्यावरण सुधार के उद्देश्य से प्रारंभ की गई ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’की सराहना ‘रैली फॉर रिवर्स’ अभियान द्वारा की गई है।

प्रमुख बिंदु 

  • ‘रैली फॉर रिवर्स’ईशा फाउंडेशन के सद्गुरू श्री जग्गी वासुदेव द्वारा देश की नदियों की दुर्दशा के बारे में जन-जागरूकता पैदा करने और शासन की नीतियों को नदियों के संरक्षण के उद्देश्य से बदलने के लिये लोगों का समर्थन प्राप्त करने हेतु प्रारंभ किया गया अभियान है।
  • ‘रैली फॉर रिवर्स’ने अपने ट्वीट के साथ मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के शुभारंभ के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी किये गए इस योजना पर आधारित विज्ञापन को भी टैग किया है।
  • गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में प्रारंभ की गई ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने का राष्ट्रीय स्तर पर पहला बड़ा अभियान है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर 21 मार्च, 2023 को इस योजना का शुभारंभ किया था।
  • इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ में पाँच वर्षों में एक लाख 80 हज़ार एकड़ निजी भूमि में चिन्हित प्रजातियों के 15 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य है। अब तक प्रदेश के 23 हज़ार 600 किसानों ने 36 हज़ार 230 एकड़ ज़मीन पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण के लिये पंजीयन कराया है।
  • इस योजना के माध्यम से किसानों को सालाना प्रति एकड़ 15 से 50 हज़ार रुपए तक की आय होने का अनुमान है। इसके अलावा कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी किसानों को आमदनी होगी।
  • इस योजना में पाँच एकड़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण करने वाले हितग्राहियों को शत-प्रतिशत अनुदान तथा पाँच एकड़ से अधिक वृक्षारोपण करने वाले हितग्राहियों को 50 प्रतिशत अनुदान देने का प्रावधान है।
  • इस योजना का लाभ किसान, इच्छुक भूमि स्वामी, शासकीय, अर्ध-शासकीय एवं शासन की स्वायत्त संस्थाएँ, निजी शिक्षण संस्थाएँ, निजी ट्रस्ट, पंचायत तथा भूमि अनुबंध धारक उठा सकते हैं।
  • ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’में पहली बार चिन्हित प्रजातियों के वृक्षों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की गारंटी भी दी गई है। छत्तीसगढ़ में योजना के तहत इस वर्ष 12 प्रकार की प्रजाति के वृक्ष का रोपण किया जाएगा।
  • इनमें क्लोनल यूकलिप्टस, रूटशूट टीक, टिश्यू कल्चर, चंदन, मेलिया दुबिया, सामान्य बाँस, टिश्यू कल्चर बंबू, रक्त चंदन, आँवला, खमार, शीशम तथा महानीम आदि के पौधे रोपे जाएंगे।
  • यह योजना हितग्राहियों के लिये आर्थिक दृष्टि से लाभप्रद होने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और स्वाईल हेल्थ की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण साबित होगी। इस योजना से काष्ठ आधारित उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।