चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का नाम हुआ शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा | 29 Sep 2022

चर्चा में क्यों?

28 सितंबर, 2022 को स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह की 115वीं जयंती के अवसर पर चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, चंडीगढ़ हो गया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस नाम का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • ज्ञातव्य है कि मोहाली-चंडीगढ़ के नाम पर राजनीति के चलते 14 वर्षों से चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर नहीं हो सका था। हरियाणा और पंजाब दोनों राज्यों की सरकारें एयरपोर्ट का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर रखे जाने पर तो सहमत थीं, लेकिन पंजाब सरकार इसके पीछे मोहाली लगाना चाहती थी और हरियाणा सरकार चंडीगढ़ को नहीं बदलना चाहती थी।
  • गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखे जाने की घोषणा की थी।
  • विदित है कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया (एएआई), पंजाब और हरियाणा सरकार का संयुक्त उद्यम हैं। इस परियोजना में एएआई की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि पंजाब एवं हरियाणा सरकार की 5 और 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 सितंबर, 2015 को किया था।
  • वर्तमान समय में चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 82 फ्लाइट का संचालन हो रहा है। अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, श्रीनगर, अहमदाबाद, गोवा, बंगलुरु, हैदराबाद, कुल्लू, पुणे, लेह, लखनऊ, कोलकाता, हिसार, देहरादून के लिये इस एयरपोर्ट से सीधी फ्लाइट है। जबकि इस हवाई अड्डे से केवल दो अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें-दुबई और शारजाह के लिये ही उपलब्ध हैं।