गुरुग्राम में 500 एकड़ में बनेगा जैव विविधता पार्क व झील | 09 Dec 2022

चर्चा में क्यों?

8 दिसंबर, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने राज्य के गुरुग्राम ज़िले के सोहना के दमदमा गाँव में आयोजित कार्यक्रम में गुरुग्राम ज़िले के 3 गाँवों दमदमा, खेड़ला और अभयपुर में लगभग 420 एकड़ में जैव विविधता पार्क का निर्माण और लगभग 80 एकड़ में दमदमा झील का पुन:निर्माण वाली वृह्द परियोजना की शुरुआत की।

प्रमुख बिंदु

  • यह परियोजना गुरूजल, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट तथा ई वाई फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जाएगी।
  • इस परियोजना के लिये मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय राज्य मंत्री की उपस्थिति में उपायुक्त निशांत कुमार यादव, जो गुरूजल के चेयरमैन हैं और हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट के संयुक्त सचिव भी हैं, ने ई वाई फाउंडेशन के साथ एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये। ई वाई फाउंडेशन की तरफ से संस्था के अध्यक्ष बाला चंद्र राजा रमन ने समझौते पर हस्ताक्षर किये।
  • इस अवसर पर गाँव दमदमा में आयोजित कार्यक्रम में जैव विविधता पार्क व दमदमा झील के पुर्ननिर्माण की परियोजना के अलावा गुरूजल की पानी संरक्षण के लिये चलाई जा रही गतिविधियों पर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि यह कंपनी इस प्रोजेक्ट पर स्वेच्छा से 70 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। कंपनियों को अपना सीएसआर फंड सही ढंग से सामाजिक कार्यों में खर्च करने को प्रेरित करने के लिये हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट बनाया गया है। पिछले एक वर्ष में कंपनियों ने इस ट्रस्ट के माध्यम से प्रदेश में 542 करोड़ रुपए सीएसआर के खर्च किये हैं।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में कम से कम एक हजार करोड़ रुपए सीएसआर के माध्यम से सामाजिक कार्यों में लगें। इस पैसे को पर्यावरण, जल संरक्षण, स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर खर्च किया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि जैव विविधता पार्क और झील के विकास के अलावा, गुरुग्राम तथा नूंह ज़िलों में अरावली की पहाड़ियों में लगभग 10 हज़ार एकड़ में जंगल सफारी बनाने का कार्य भी प्रस्तावित है। इससे भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोज़गार के अवसर उपलब्ध होंगे।
  • ई वाई फाउंडेशन के अध्यक्ष बाला चंद्र राजा रमन ने बताया कि उनकी कंपनी सीएसआर के दायरें में नहीं आती फिर भी स्वेच्छा से इस प्रोजेक्ट पर खर्च कर रही है। इस प्रोजेक्ट को विकसित करने में टैरी, सिडार, आईआईटी, कोलंबिया युनिवर्सिटी आदि संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा।
  • यह परियोजना चार चरणों में विकसित होगी। पहले चरण में क्षेत्र के पेड़-पौधों व मिट्टी आदि का अध्ययन करने के साथ नर्सरी का निर्माण व झील की सफाई की जाएगी। दूसरे चरण में वॉटर शैड मैनेजमेंट व पौधारोपण की शुरूआत होगी, तीसरे चरण में झील का विकास और चौथे चरण में पौधारोपण किया जाएगा।
  • दमदमा झील का जीर्णोद्धार चार साल में और जैव विविधिता पार्क विकसित करने का कार्य 10 साल में पूरा होगा।