उज्जैन में तारामंडल परिसर में विज्ञान केंद्र का भूमिपूजन | 01 Oct 2021

चर्चा में क्यों?

30 सितंबर, 2021 को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने उज्जैन में तारामंडल परिसर में विज्ञान केंद्र का भूमिपूजन किया तथा प्रदर्शनी की विवरणिका का विमोचन भी किया।

प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद कलकत्ता तथा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की योजना के अंतर्गत इस विज्ञान केंद्र की स्थापना की जा रही है। यह केंद्र पाँच एकड़ क्षेत्र में लगभग 16.70 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित होगा। 
  • इस केंद्र के स्थापित होने से शिक्षा से जुड़े लोग लाभान्वित तथा जन-समुदाय की विज्ञान में रुचि बढ़ेगी। विज्ञान के अनसुलझे रहस्यों के बारे में विद्यार्थी जान सकेंगे। विज्ञान केंद्र में आधुनिक उपकरण लगेंगे। इसे आगे चलकर काल गणना के बड़े केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा। इस विज्ञान केंद्र की मुख्य विशेषताएँ निम्न हैं-
    • इसे इनोवेशन हब बनाया जाएगा तथा इसमें कई हाईटेक उपकरण व गैजेट्स लगेंगे।
    • इनोवेशन हब में उपकरणों पर विद्यार्थी शोध कर सकेंगे।
    • विद्यार्थियों को लैब में मृदा, जल एवं खाद्य पदार्थ के नमूनों का परीक्षण करना भी सिखाया जाएगा।
    • विज्ञान केंद्र में 14 करोड़ में थ्रीडी स्टूडियो भी बनेगा, जिसमें विज्ञान की दृष्टि से सबसे उन्नत उपकरण लगाए जाएंगे।
    • इस केंद्र की स्थापना के लिये राज्य शासन 8.65 करोड़ रुपए देगी तथा शेष राशि 6.55 करोड़ रुपए राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, कोलकाता और संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से दी जाएगी।