सशस्त्र सेना झंडा दिवस | 09 Dec 2025

चर्चा में क्यों?

राष्ट्र ने 7 दिसंबर, 2025 को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया तथा रक्षा मंत्री ने वीर नारियों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिये सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में उदार योगदान देने का आग्रह किया।

मुख्य बिंदु 

  • परिचय:
    • सशस्त्र सेना झंडा दिवस (AFFD) प्रत्येक वर्ष 7 दिसंबर को मनाया जाता है, जो वर्ष 1949 से भारतीय सशस्त्र बल कर्मियों, विशेषकर पूर्व सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करता है।
    • यह दिवस न केवल शहीद सैनिकों के बलिदान को, बल्कि उनके परिवारों, विशेषकर युद्ध में दिव्यांग हुए सैनिकों और युद्ध विधवाओं (वीर नारियों) के योगदान को भी मान्यता देता है।
  • ध्वज दिवस कोष (AFFDF):
    • इस कोष की स्थापना मूलतः रक्षा मंत्रालय द्वारा वर्ष 1949 में की गई थी। वर्ष 1993 में इसे युद्ध पीड़ितों और पूर्व सैनिकों के विभिन्न कल्याण कोषों को मिलाकर एकीकृत कोष में समेकित किया गया।
    • केंद्रीय सैनिक बोर्ड (KSB) इसके प्रशासन के लिये उत्तरदायी है।
    • KSB पूरे भारत में पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिये कल्याण और पुनर्वास योजनाएँ निर्मित और क्रियान्वित करता है।
  • डिजिटल समाधान: 
    • व्हाट्सएप-आधारित चैटबॉट, ‘SAMBANDH’, पूर्व सैनिकों को आसानी से अपनी शिकायतें दर्ज कराने और उनका समाधान करने में मदद करता है। इस प्लेटफॉर्म ने एक वर्ष से भी कम समय में 1,700 से अधिक मामलों का समाधान किया है।
  • महिलाओं के लिये कौशल विकास: 
    • महिला सशक्तीकरण पहल का उद्देश्य शहीद सैनिकों की विधवाओं सहित महिलाओं को रोज़गार प्रशिक्षण और आर्थिक स्वतंत्रता के अवसर प्रदान करके सशक्त बनाना है। 
  • प्रोजेक्ट नमन (Project NAMAN):
    • इसका उद्देश्य  पूर्व सैनिकों के लिये पेंशन सेवाओं को सरल बनाना तथा जीवन प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने और पेंशन वितरण जैसी सेवाओं तक आसान पहुँच सुनिश्चित करना है।