512 नवीन इंदिरा रसोइयों का शुभारंभ | 19 Sep 2022

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 512 नई इंदिरा रसोइयों का शुभारंभ किया। इन नवीन रसोइयों के संचालन के बाद प्रदेश में इंदिरा रसोइयों की संख्या बढ़कर 870 हो जाएगी।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के इंदिरा रसोई संचालकों को सम्मानित भी किया। उन्होंने उत्कृष्ट कार्य कर रहीं सहयोगी संस्थाओं, पैंथर एजुकेशन सोसायटी जोधपुर, विद्या जन-जागरण संस्थान धौलपुर, श्रीनाथ शिक्षण प्रशिक्षण व स्वास्थ्य एवं सोशल वेलफेयर सोसायटी रावतसर के प्रतिनिधियों को प्रोत्साहन राशि, मोमेन्टो तथा साफा पहनाकर एवं श्री मानव सेवा समिति भीलवाड़ा, टच स्टोन फाउंडेशन जयपुर तथा मेवाड़ विकलांग सेवा संस्थान चित्तौड़गढ़ के प्रतिनिधियों को प्रशस्ति-पत्र एवं मोमेन्टो देकर सम्मानित किया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में स्व. इंदिरा गांधी ने सबसे पहले गरीबों, पिछड़ों एवं वंचितों के कल्याण के लिये ‘गरीबी हटाओ’का नारा दिया था। इसी भाव से आमजन को पूरे सम्मान एवं सेवा भाव के साथ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार द्वारा ‘इंदिरा रसोई योजना’का संचालन किया जा रहा है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘कोई भूखा न सोए’के संकल्प के साथ शुरू की गई ‘इंदिरा रसोई योजना’के माध्यम से कोरोना काल में 72 लाख लोगों को सरकार द्वारा पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया। कोरोना काल में आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों के लिये नि:शुल्क भोजन की भी व्यवस्था की गई।
  • इस योजना का लाभ विद्यार्थियों एवं श्रमिकों सहित सभी वर्ग के लोगों को मिल रहा है। इस योजना के माध्यम से आमजन को मात्र 8 रुपए में पौष्टिक एवं भरपेट भोजन उपलब्ध हो रहा है। सरकार इस योजना में 17 रुपए प्रति थाली अनुदान दे रही है।
  • अब तक 358 इंदिरा रसोइयों से 7 करोड़ से ज़्यादा पौष्टिक एवं स्वादिष्ट भोजन की थालियाँ आमजन को परोसी जा चुकी हैं। 512 नई रसोइयों की स्थापना से इस संख्या को लगभग 14 करोड़ तक पहुँचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जल्द ही और रसोइयाँ शुरू कर बजट घोषणा के अनुसार इंदिरा रसोइयों की संख्या 1000 की जाएगी।