राज्य में खुलेंगे 50 नए एकलव्य आवासीय विद्यालय | 29 Apr 2022

चर्चा में क्यों?

28 अप्रैल, 2022 को छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य में खोले जा रहे एकलव्य विद्यालयों में छात्रों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि भारत शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में 50 नए एकलव्य विद्यालय आदिवासी क्षेत्रों में स्वीकृत किये गए हैं। इन आवासीय विद्यालयों में कक्षा छठी से बारहवीं तक के बच्चे शिक्षा प्राप्त करेंगे। प्रत्येक विद्यालय में 420 बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान है।
  • छत्तीसगढ़ में 17 ज़िलों- बलरामपुर, बीजापुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बस्तर, दंतेवाड़ा, गरियाबंद, जशपुर, कोंडागाँव, कोरबा, कोरिया, रायगढ़, राजनांदगाँव, सुकमा, सूरजपुर, सरगुजा, कांकेर और नारायणपुर में इन 50 एकलव्य विद्यालयों का स्थापना की जा रही है।
  • ये 50 एकलव्य विद्यालय हैं-
  • बलरामपुर में - ग्राम बरतीकला, रामनगर, देवीगंग, दोहना और बुड़ा बगीचा (नवापारा) में
  • बीजापुर में - नुकनपाल, रुद्राराम और दुगईगुड़ा में
  • गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में - लाटा और नेवसा पेंड्रारोड में
  • बस्तर में - मेटावाड़ा कोयेपाल, गोटिया, कोडेनार और छिंदावाड़ा में
  • दंतेवाड़ा में - मेटापाल, हारम और कुआकोंडा में
  • गरियाबंद में - गिरहोला में
  • जशपुर में - घोलेंग, रैरूमाकला (सुखरापारा), धुंधरूडांड, कर्दना और पंडरीपानी में
  • कोंडागाँव में - बेड़मा, कोरगाँव, शामपुर और चिचाड़ी में
  • कोरबा में - लाफा और रामपुर में
  • कोरिया में - घुघरा और जामथान में
  • रायगढ़ में - बयासी, छत्तनगढ़ और पोटरा में
  • राजनांदगाँव में - खवाशफाकड़ी और माडिंग-पिंडलिंग धेनु में
  • सुकमा में - ऐराबोर और बालाटिकरा (छिंदगढ़) में
  • सूरजपुर में - खोरमा, पालदानोली और बकिरमा में
  • सरगुजा में - रिखी, सहानपुर, पेटला और शिवपुर में
  • कांकेर में - अंजनी, फरसकोट, हिलचुर और नरहरपुर में
  • नारायणपुर में - ओरछा में