भागलपुर के 5 कृषक उत्पादक संगठन को मिला एक्सपोर्ट लाइसेंस | 27 Feb 2023

चर्चा में क्यों?

26 फरवरी, 2023 को आत्मा (Agriculture Technology Management Agency) के उप-परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से भागलपुर के पाँच कृषक उत्पादक संगठन को एक्सपोर्ट लाइसेंस मिला है।

प्रमुख बिंदु 

  • आत्मा के उप-परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि पहली बार यहां के किसान उत्पादक संगठन को यह लाइसेंस मिला है। इससे एक ओर जहाँ यहाँ के प्रोडक्ट को सीधे निर्यात किया जा सकेगा और वहीं अब उनको ग्लोबल मार्केट मिलेगा। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
  • प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि इससे पहले एपिडा के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों के एक्सपोर्टर का सहारा लेना पड़ता था। अब किसानों की ओर से किसी भी प्रकार के उत्पाद का निर्यात किया जा सकता है और यहाँ से व्यापार कर सकते हैं।
  • गौरतलब है कि भागलपुर का कतरनी चावल-चूड़ा और जर्दालू आम को जीआई टैग (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन टैग) मिला है। कतरनी चावल, चूड़ा और जर्दालू आम भागलपुर की पहचान है। इसकी डिमांड देश व विदेश में काफी है। किसानों के बीच इसके उत्पादन को बढ़ावा मिल रहा है। केवल मार्केट की ज़रूरत थी, जो कि एक्सपोर्ट लाइसेंस प्राप्त होने के बाद मिलने लगेगा।
  • इसके अलावा भागलपुर में स्ट्राबेरी, मशरूम, ड्रैगन फ्रूट, सेब, जुकुनी, विदेशी पपीता आदि की खेती बढ़ने लगी है। ग्लोबल मार्केट मिलने पर यहाँ के उत्पादों का निर्यात होगा तो किसानों को मुँहमांगा लाभ मिलेगा।
  • इन कृषक उत्पादक संगठन को मिला लाइसेंस-
    • ट्रांसपेरेंट एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, गोराडीह
    • एग्रो प्वाइंट एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटैड, पीरपैंती
    • ब्रसनिक एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, बिहपुर
    • अंग प्रदेश उत्थान एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड
    • सरस बसुधा एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, गोपालपुर
  • विदित है कि किसान आत्मा योजना (ATMA Yojana) का पूरा नाम Agriculture Technology Management Agency है। ये स्कीम उन किसानों के लिये है जो आज भी आधुनिक खेती से होने वाले फायदे से दूर हैं।
  • इस स्कीम के तहत किसानों को आधुनिक यंत्रों की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही किसानों को इस बात की भी जानकारी दी जाती है कि कैसे आधुनिक यंत्र के इस्तेमाल से खेती करके अच्छा उत्पादन प्राप्त किया जा सकता हैं।