केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी), जोधपुर में 4 नई सुविधाओं का उद्घाटन | 29 Aug 2022

चर्चा में क्यों?

28 अगस्त, 2022 को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अंतर्गत 60 वर्षों से ज़्यादा समय से उत्कृष्ट सेवाएँ दे रहे केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) में एक साथ 4 नई सुविधाओं का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने काजरी में बने नए सभागार, कृषि-व्यवसाय अभिपोषण केंद्र, पर्यावरण अनुकूल अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र तथा इंडोर खेल हॉल का उद्घाटन किया।
  • उन्होंने कहा कि काजरी द्वारा किये गए अनुसंधान कार्यों की वजह से टिब्बा स्थिरीकरण, स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई प्रणाली से तथा फसलों, घासों व फलों की नई किस्मों के चलते कृषि में लागत कम होने से किसानों की आमदनी बढ़ रही है। काजरी द्वारा सौर ऊर्जा, खेती की लागत में कमी करने, पशुधन प्रबंधन जैसे कार्य भी शुष्क क्षेत्र के किसानों की लिये लाभदायक होंगे।
  • काजरी के द्वारा समय-समय पर विकसित की जा रही नई तकनीकियों एवं शोध उपलब्धियों के कारण पिछले छ: वर्षों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 10 राष्ट्रीय पुरस्कारों में से 8 पुरस्कार काजरी को मिले।
  • गौरतलब है कि भूमि की तीव्रता से अवह्वास एवं उत्पादकता में कमी की प्रक्रिया को कम करने एवं संसाधनों के वैज्ञानिक तथा स्थाई प्रबंधन हेतु 1952 में मरु वनीकरण केंद्र की स्थापना जोधपुर में की गई थी, जिसका बाद में विस्तार 1957 में मरु वनीकरण एवं मृदा संरक्षण केंद्र के रूप में हुआ। अंतत: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के अधीन इसे केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) के रूप में 1959 में पूर्ण संस्थान का दर्जा दिया गया।
  • काजरी जोधपुर स्थित मुख्यालय में 6 संभाग हैं। इसके चार क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र विभिन्न कृषि-जलवायु स्थितियों में स्थानाधारित समस्यानुगत अनुसंधान हेतु स्थित हैं।