39वीं हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी-2023 | 15 Mar 2023

चर्चा में क्यों?

12 से 14 मार्च, 2023 तक हरियाणा के चरखी दादरी ज़िले में तीन दिवसीय 39वीं हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी-2023 का आयोजन किया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • 39वीं हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी-2023 के समापन पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि पशुओं की देखभाल हेतु प्रदेश में छह पॉलीक्लीनिक बनाए जाएंगे। चरखी दादरी में भी एक पॉलीक्लिनिक बनाया जाएगा। वर्तमान में प्रदेश में 7 पॉलीक्लिनिक कार्यरत हैं।
  • इसके अलावा, प्रदेश में गौवंश की देखभाल के लिये गौ-सेवा आयोग के बजट में 10 गुणा बढ़ोतरी करके 400 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2023-24 के बजट में एक नया प्रोजेक्ट साँझी डेयरी की परिकल्पना की गई है। इस परियोजना के तहत पंचायत की ज़मीन पर एक शेड बनाया जाएगा, जिसमें पशुपालक, जिनके पास अपने पशु बाँधने के लिये जगह नहीं है, वे इस कॉमन शेड में अपने पशुओं को रख सकेंगे। सहकारिता विभाग द्वारा इस कार्य को किया जाएगा तथा 1 अप्रैल, 2023 को इस योजना को लॉन्च किया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गौवंश की सुरक्षा के लिये कड़े कानून बनाए हैं। गौ हत्या करने पर 10 साल तक की सजा तथा ज़ुर्माने का प्रावधान किया है। हरियाणा में 632 गौशालाएँ हैं।  
  • राज्य में गौ-सेवा आयोग का गठन किया गया है। बेसहारा गौवंश की देखभाल के लिये बजट में वृद्धि की गई है। इसमें उन गौशालाओं को अधिक बजट दिया जाएगा, जो बेसहारा गौवंश की देखभाल करेंगी। पंचायत या अन्य संस्थाएँ भी गौशाला बनाकर पशुओं की देखभाल करेंगी, उन्हें भी अनुदान दिया जाएगा।
  • गौरतलब है कि गाय का ए-टू दूध बहुत लाभकारी है, जिससे अनेक प्रकार की बीमारियाँ दूर होती हैं। इसका अनुसंधान भी करवाया गया है। ए-टू दूध के सेवन से आँखों की रोशनी बढ़ती है व अन्य गंभीर बीमारियों में भी यह लाभकारी है।
  • इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री जे.पी. दलाल ने बताया कि इस प्रकार के मेले आयोजित करने का उद्देश्य किसानों व पशुपालकों को नई-नई तकनीकों की जानकारी देना है, ताकि इन तकनीकों के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी कर उनकी आमदनी को बढ़ाना है।
  • उन्होंने बताया कि गौ-सेवा आयोग की नीति है कि प्रदेश के 22 ज़िलों में एक गौ वन बने, जहाँ इन पशुओं को रखने की व्यवस्था होगी। हरियाणा अकेला प्रदेश है, जहाँ 8 लाख से ज़्यादा पशुओं का बीमा किया गया है।
  • जे.पी. दलाल ने बताया भारत सरकार की नीतियों के अनुसार प्रदेश में एक कॉल सेंटर बनाया जाएगा, जहाँ पशुपालक कॉल करके एंबुलेंस की मांग कर सकेंगे। उसके बाद तुरंत नजदीकी एंबुलेंस पशुपालक के घर जाएगी। पहले चरण में 70 एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। बाद में 200 एंबुलेंस होंगी।
  • पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने बताया कि हिसार के लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के  वैज्ञानिकों ने सरोगेटरी तकनीक से बछड़िया पैदा करने में सफलता हासिल की है। इसी प्रकार भैंस अनुसंधान द्वारा क्लोन से झोटा पैदा करने में भी सफलता हासिल की है। इससे निश्चित रूप से प्रदेश दूध उत्पादन में आगे बढ़ेगा।