युवा- एक कौशल विकास कार्यक्रम

चर्चा में क्यों ? 

दिल्ली पुलिस ने एक नई पहल करते हुए युवाओं को रोज़गार हेतु प्रशिक्षण देने के लिये युवा (YUVA) नामक एक कार्यक्रम की शुरुआत की है।  

युवा (YUVA) क्या है?

  • यह एक कौशल विकास कार्यक्रम है। इसे प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत दिल्ली पुलिस द्वारा शुरू किया है। 

इस कार्यक्रम का उद्देश्य 

  • इस कार्यक्रम का उद्देश्य झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले 17 से 25 वर्ष के युवाओं को रोज़गार के लिये प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें विकास की मुख्य धारा में लाना है।
  • इसमें उन युवाओं को विशेष रूप से शामिल किया जाएगा जो बीच में ही विद्यालय छोड़ चुके हैं, जिनके परिवार के मुख्य आय अर्जक के कारावास में होने के कारण परिवार की स्थिति गंभीर हो, जो किशोर अपराधी रह चुके हों या अपराधों के शिकार हुए हों।      

प्रमुख बिंदु 

  • इसके लिये दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम और भारतीय उद्योग परिसंघ के साथ समझौता किया है। इनकी सहायता से चुने गए युवाओं को रोज़गार प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत एनएसडीसी इन युवाओं को प्रशिक्षण देगी। 
  • इस पहल में फिलहाल चुने गए 2269 युवाओं को अगले तीन माह तक 36 जगहों पर 45 कौशल सिखाये जाएंगे।  
  • इन युवाओं का चयन उनकी रूचि और पढाई को देखकर किया गया है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें प्रमाण-पत्र देने के साथ ही रोज़गार दिलवाने में भी मदद की जाएगी। 
  • अभी आठ जगहों पर इस प्रशिक्षण की शुरुआत की गई है। इसके अलावा 32 अन्य पुलिस थानों को चिन्हित किया गया है जहाँ जल्द ही प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा । 

सराहनीय पहल

  • पूरी दुनिया में इस समय कई ऐसे कौशल हैं जिनकी भारी माँग रहती है। अतः युवाओं को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिये। 
  • गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में अनेक अपराध होते हैं। इन अपराधों में युवाओं की संलिप्तता अधिक देखी गई है। 
  • अपराधों के कई कारणों में से एक प्रमुख बेरोज़गारी भी है, जिससे गरीब और अशिक्षित युवा अपराध की ओर उन्मुख हो जाते हैं। ऐसे में पुलिस द्वारा आरंभ की गई यह एक सराहनीय पहल है। 

पुलिस का नया चेहरा

  • भारत भी 21वीं सदी में पुलिस का इस तरह का नया रूप देखना चाहता है। यद्यपि पुलिस का प्रमुख कार्य कानून व्यवस्था बनाये रखना है, तथापि इसके साथ-साथ पुलिस को लोक-मित्र उपाय भी अपनाने चाहिये एवं समाज के साथ बातचीत भी करते रहना चाहिये।