Question 1:
पंजाब राज्य के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. 1970 के दशक में अकालियों के एक तबके ने पंजाब के लिये स्वायत्तता की मांग उठाई थी।
2. 1973 में आनंदपुर साहिब में हुए एक सम्मेलन में इस आशय का प्रस्ताव पारित किया गया था।
3. इस प्रस्ताव की मांगों में केंद्र-राज्य संबंधों को पुनर्परिभाषित करने की बात भी शामिल थी।
4. यह प्रस्ताव संघवाद को मज़बूत करने की अपील करता था किंतु इसे एक अलग सिख राष्ट्र की मांग के रूप में भी पढ़ा जा सकता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/ हैं?
केवल 1
केवल 2 और 4
केवल 1, 2 और 3
उपरोक्त सभी।
Correct Answer : 4
व्याख्याः 1970 के दशक में अकालियों के एक तबके ने पंजाब के लिये स्वायत्तता की मांग उठाई। 1973 में आनंदपुर साहिब में हुए एक सम्मेलन में इस आशय का प्रस्ताव पारित हुआ। आनंदपुर साहिब में क्षेत्रीय स्वायत्तता की बात उठाई गई थी। इस प्रस्ताव में सिख कौम की आकांक्षाओ पर जोर देते हुए सिखों के प्रभुत्व का ऐलान किया गया। प्रस्ताव की मांगों में केंद्र-राज्य संबंधों को पुनर्परिभाषित करने की बात शामिल थी। यह प्रस्ताव संघवाद को मज़बूत करने की अपील करता है। लेकिन इसे एक सिख राष्ट्र की मांग के रूप में भी पढ़ा जा सकता है ।
Question 2:
‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ निम्नलिखित में से किससे संबद्ध है?
प्रथम परमाणु परीक्षण की सुरक्षा
स्वर्ण मंदिर में हुई सैन्य कार्यवाही से
पूर्वी पाकिस्तान को स्वायत्त कराने हेतु
उपरोक्त में से कोई नहीं।
Correct Answer : 2
व्याख्याः 1984 में उग्रवादियों ने अमृतसर स्थित सिखों के तीर्थ स्वर्ण मंदिर को अपना मुख्यालय बना लिया था और स्वर्ण मंदिर एक हथियारबंद किले में तब्दील हो गया था। 1984 के जून माह में भारत ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ चलाया। यह स्वर्ण मंदिर में की गई कार्यवाही का कूट नाम था। इस सैन्य अभियान में सरकार ने उग्रवादियों को तो सफलतापूर्वक मार भगाया, लेकिन सैन्य कार्यवाही में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर को भी क्षति पहुँची। इससे सिखों की भावनाओं को गहरी चोट पहुँची। भारत और भारत से बाहर बसे सिखों ने सैन्य अभियान को अपने धर्म-विश्वास पर हमला माना।
Question 3:
राजीव गांधी-लोंगोवाल समझौता किस राज्य से संबंधित है?
तमिलनाडु
पंजाब
असम
अरुणाचल प्रदेश
Correct Answer : 2
व्याख्याः 1984 में राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनने के पश्चात् नरमपंथी अकाली नेताओं के साथ बातचीत की तथा तत्कालीन अकाली दल के अध्यक्ष हरचंद सिंह लोंगोवाल के साथ 1985 में समझौता हुआ, जिसे राजीव गांधी-लोंगोवाल समझौता कहा जाता है। समझौता पंजाब राज्य में अमन स्थापित करने की ओर एक सकारात्मक कदम था।
Question 4:
राजीव गांधी-लोंगोवाल समझौता को और किस नाम से जाना जाता है?
पंजाब समझौता
शांति समझौता
तमिलनाडु समझौता
तुष्टिकारी समझौता
Correct Answer : 1
व्याख्याः राजीव गांधी-लोंगोवाल समझौता पंजाब समझौते के नाम से भी जाना जाता है। इसमें सहमति बनी कि चंडीगढ़ पंजाब को दे दिया जाए साथ ही पंजाब-हरियाणा राज्य सीमा विवाद को सुलझाने हेतु एक अलग आयोग का गठन किया जाए। इसमें यह भी तय हुआ कि पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के मध्य जल वितरण के बारे में फैसला हेतु एक ट्रिब्यूनल का गठन किया जाए। इस समझौते के अंतर्गत भारत सरकार पंजाब में उग्रवाद से प्रभावित लोगों को मुआवज़ा देने और उनके साथ बेहतर सलूक करने पर राजी हुई।
Question 5:
‘सात बहनें’ नाम से कौन प्रसिद्ध है?
पूर्वोत्तर के राज्य
उत्तर भारत की नदियाँ
मध्य हिमालय की चोटियाँ
उपरोक्त सभी
Correct Answer : 1
व्याख्याः पूर्वोत्तर के सात राज्य हैं जिन्हें ‘सात बहनें’ कहा जाता है। इन राज्यों में मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड, असम तथा अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।
Question 6:
राज्य गठन
1. मणिपुर - 1972
2. अरुणाचल प्रदेश -1987
3. मेघालय - 1972
4. नागालैंड - 1963
कूटः
केवल 2
केवल 2 और 4
केवल 1, 3 और 4
उपरोक्त सभी।
Correct Answer : 4
Question 7:
पूर्वोत्तर से सम्बन्धित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. आज़ादी के वक्त मणिपुर और त्रिपुरा को छोड़कर यह पूरा इलाका असम कहलाता था।
2. केंद्र सरकार ने अलग-थलग समय पर असम को बांटकर मेघालय, मिज़ोरम और अरुणाचल प्रदेश बनाया था।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1 और न ही 2
Correct Answer : 3
व्याख्याः दिये गए दोनों कथन सत्य हैं। आज़ादी के वक्त मणिपुर और त्रिपुरा को छोड़कर पूरे पूर्वोत्तर को असम कहा जाता था। केंद्र सरकार ने अलग-थलग समय पर असम को बांटकर मेघालय, मिज़ोरम और अरुणाचल प्रदेश बनाया था साथ ही त्रिपुरा और मणिपुर को राज्य का दर्ज़ा भी दे दिया गया। बड़े जनजाति समुदाय के नेता असम से अलग होना चाहते थे। इन लोगों ने ईस्टर्न इंडिया ट्राइबल यूनियन का गठन किया जो 1960 में ‘ऑल इंडिया पार्टी हिल्स’ में तब्दील हो गया। इन नेताओं की मांग थी कि असम से अलग एक जनजातीय राज्य बनाया जाए। आखिरकार हुआ भी यही 1972 तक पूर्वोत्तर का पुनर्गठन पूरा हो चुका था, लेकिन असम के बोडो, करबी और दिमसा जैसे समुदायों ने अपने अलग राज्य की मांग की। संघीय राज्य व्यवस्था के कुछ प्रावधानों का उपयोग करके स्वायत्तता की मांग को संतुष्ट करने की कोशिश की गई और इन्हें असम में ही रखा गया। करबी और दिमसा समुदायों को ज़िला परिषद के अंतर्गत स्वायत्तता दी गई, जबकि बोडो को स्वायत्त परिषद का दर्ज़ा दे दिया गया।
Question 8:
1. आज़ादी के बाद मिज़ो पर्वतीय क्षेत्र को स्वायत्त ज़िला बनाने से मना कर दिया गया था।
2. मिज़ो लोगों का मानना था कि वे कभी ‘ब्रिटिश इंडिया’ का अंग नहीं रहे, इसलिये भारत संघ से उनका कोई नाता नहीं है।
3. मिज़ो लोगों ने लालडेंगा के नेतृत्व में मिज़ो नेशनल फ्रंट बनाया था।
4. राजीव गाँधी की सकारात्मक मुहीम से लालडेंगा मिज़ो नेशनल फ्रंट नें अलगाववादी राह छोड़ने को तैयार हो गये।
कूटः
केवल 1 और 2
केवल 2, 3 और 4
केवल 1, 2 और 3
उपरोक्त सभी।
Correct Answer : 2
व्याख्याः आज़ादी के बाद मिज़ो पर्वतीय क्षेत्र को असम के भीतर ही एक स्वायत्त ज़िला बना दिया गया था। मिज़ो लोगों का मानना था कि वे कभी ब्रिटिश इंडिया के अंग नहीं रहे तो भारत संघ से भी उनका कोई नाता नहीं है। मिज़ो लोगों ने लालडेंगा के नेतृत्व में मिज़ो नेशनल फ्रंट बनाया था। भारतीय सेना व मिज़ो विद्रोहियों के मध्य दो दशक तक युद्ध चला। मिज़ो नेशनल फ्रंट ने गुरिल्ला युद्ध किया। उसे पाकिस्तान ने समर्थन दिया तथा तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में मिज़ो विद्रोहियों ने अपने ठिकाने बनाए। दो दशकों तक चली बगावत से दोनों पक्षों को हानि हुई। बाद में पाकिस्तान में निर्वासित जीवन जी रहे लालडेंगा भारत आए व बातचीत की। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस बातचीत को सकारात्मक मुकाम पर पहुँचाया। लालडेंगा मिज़ो नेशनल फ्रंट की अलगाववादी संघर्ष की राह छोड़ने के लिये राजी हुए। तत्पश्चात् वे मुख्यमंत्री बने। आज मिज़ोरम पूर्वोत्तर का सबसे शांत राज्य है और उसने कला, साहित्य और विकास की दिशा में अच्छी प्रगति की है।
Question 9:
1. आसू एक छात्र संगठन था। इसका किसी राजनीतिक दल से कोई सरोकार नहीं था।
2. ‘आसू’ का आंदोलन अवैध आप्रवासी, बंगाली और अन्य लोगों के दबदबे तथा मतदाता सूची में आप्रवासियों के नाम दर्ज होने के खिलाफ था।
3. इस आंदोलन के दौरान हिंसक और त्रासद घटनाएँ हुईं।
4. 1985 में असम समझौते के द्वारा इस आंदोलन को समाप्त किया गया।
कूट
केवल 2
केवल 2 और 4
केवल 1, 3 और 4
उपरोक्त सभी।
Correct Answer : 4
व्याख्याः आसू (ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन-AASU) के संदर्भ में दिये गए सभी कथन सत्य हैं। 1985 में राजीव गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने आसू के साथ असम समझौते पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते से राज्य में शांति कायम हुई।
Question 10:
सिक्किम राज्य से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. भारत संघ में विलय से पूर्व यहाँ की रक्षा और विदेशी मामलों का ज़िम्मा भारत सरकार का था, जबकि यहाँ के आंतरिक प्रशासन की बागडोर यहाँ के राजा चोंग्याल के हाथ में थी।
2. सिक्किम का भारत में विलय जनमत संग्रह के माध्यम से हुआ था।
3. सिक्किम भारत का 23वाँ राज्य बना।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
केवल 3
केवल 1 और 2
केवल 1 और 3
केवल 2 और 3
Correct Answer : 2
व्याख्याः दिये गए कथनों में से 1 और 2 सही हैं। सिक्किम विधानसभा के लिये पहला लोकतांत्रिक चुनाव 1974 में हुआ। इसमें सिक्किम कांग्रेस को बहुमत मिला। यह पार्टी सिक्किम को भारत में जोड़ने के पक्ष में थी। 1975 में एक प्रस्ताव के माध्यम से सिक्किम के भारत में पूर्ण विलय की बात कही गई। इस प्रस्ताव के तुरंत बाद सिक्किम में जनमत संग्रह कराया गया और जनमत संग्रह में लोगों ने विधानसभा के फैसले पर मुहर लगा दी। सिक्किम भारत का 22वाँ राज्य बना।
Question 11:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. दिसंबर 1961 में भारत सरकार ने गोवा को सैन्य अभियान के माध्यम से आज़ाद कराया।
2. 1987 में गोवा भारत संघ का एक राज्य बना।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1 और न ही 2
Correct Answer : 3
व्याख्याः 1947 में भारत में अंग्रेज़ी साम्राज्य का खात्मा हो गया था, लेकिन पुर्तगाल ने गोवा, दमन और दीव से अपना शासन हटाने से इनकार कर दिया था। पुर्तगाल ने गोवा की जनता का दमन किया। अपने यहाँ के लोगों को नागरिक अधिकारों से वंचित रखा तथा बलात् धर्म परिवर्तन कराया। दिसंबर 1961 में भारत सरकार ने गोवा में अपनी सेना भेजी। दो दिन की कार्यवाही में भारतीय सेना ने गोवा को मुक्त करा लिया। 1987 में गोवा भारत संघ का राज्य बना, इससे पहले यह संघ शासित प्रदेश था।
Question 12:
राजीव गाँधी के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. वह खुली अर्थव्यवस्था तथा कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के प्रबल समर्थक थे।
2. उन्होंने सिंहली-तमिल समस्या को सुलझाने के लिये भारतीय सेना को श्रीलंका पर आक्रमण करने का आदेश दिया था।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1 और न ही 2
Correct Answer : 1
व्याख्या: राजीव गाँधी 1980 के बाद राजनीति में सक्रिय हुए थे। ये 1984-89 के मध्य भारत के प्रधानमंत्री रहे थे। ये खुली अर्थव्यवस्था तथा कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने सिंहली-तमिल समस्या को सुलझाने के लिये भारतीय शांति सेना को श्रीलंका सरकार के अनुरोध पर श्रीलंका भेजा था।लेकिन लिट्टे ने भारतीय शांति सेना पर ही हमला कर दिया था। बाद में 1989 में राजीव गाँधी ने भारतीय शांति सेना को वापस बुला लिया था, 1991 में लिट्टे द्वारा राजीव गाँधी की हत्या कर दी गयी।