09 Jun 2025 | सामान्य अध्ययन पेपर 3 | राजव्यवस्था
दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- संक्षिप्त परिचय के साथ उत्तर लेखन आरंभ कीजिये तथा अमेरिकी राष्ट्रपति पद में हुए परिवर्तन का संदर्भ बताइये।
- मुख्य भाग को संक्षिप्त बिंदुओं में विभाजित कीजिये तथा अमेरिका-भारत संबंधों के प्रमुख पहलुओं की विवेचना कीजिये।
- उचित निष्कर्ष दीजिये।
|
परिचय:
अमेरिका-भारत संबंधों में महत्त्वपूर्ण उन्नति देखी गई है, जो पारस्परिक रणनीतिक, आर्थिक और रक्षा हितों से प्रेरित है। अमेरिकी नेतृत्व में बदलाव से इस साझेदारी पर असर पड़ सकता है, जिससे चुनौतियाँ और अवसर दोनों सामने आ सकते हैं।
मुख्य भाग:
- सामरिक सहयोग: विशेष रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा, चीन का मुकाबला करने में साझा हितों के साथ प्राथमिकता बनी रहेगी।
- व्यापार संबंध: संभावित संरक्षणवादी नीतियों और टैरिफ मुद्दों से आर्थिक संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है, विशेष रूप से प्रौद्योगिकी एवं फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में।
- रक्षा एवं प्रौद्योगिकी: सैन्य प्रौद्योगिकियों, AI, साइबर सुरक्षा और INDUS-X पहल सहित उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग बढ़ रहा है।
- आव्रजन नीतियां: सख्त वीज़ा नीतियाँ, विशेष रूप से H-1B कार्यक्रम, भारतीय प्रवासी और प्रतिभा गतिशीलता को प्रभावित कर सकती हैं।
- कूटनीतिक भागीदारी: साझेदारी को बनाए रखने और इसे सुदृढ़ करने के लिये भारत को इन मुद्दों का कूटनीतिक रूप से समाधान करने की आवश्यकता होगी।
निष्कर्ष:
चुनौतियों के बावजूद, अमेरिका-भारत संबंध मज़बूत बने रहने की संभावना है, जिसमें सामरिक और आर्थिक सहयोग दोनों राष्ट्रों की प्राथमिकता रहेगी। विकसित हो रही साझेदारी के विकास में भारत को कूटनीतिक युक्ति अपनाने की आवश्यकता है।