दिवस-6: फ्रेडरिक हर्ज़बर्ग के अभिप्रेरणा के अभिप्रेरक-स्वच्छता सिद्धांत की व्याख्या कीजिये। (100 शब्द)
04 Jun 2025 | सामान्य अध्ययन पेपर 1 | डाटा इंटरप्रिटेशन
हल करने का दृष्टिकोण:
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परिचय:
फ्रेडरिक हर्ज़बर्ग के अभिप्रेरक-स्वच्छता सिद्धांत, जिसे 1950 के दशक में प्रस्तावित किया गया था, के अनुसार संतुष्टि और असंतोष अलग-अलग कारकों से उत्पन्न होते हैं। पूर्ववर्ती मॉडलों के विपरीत, इसने अलग-अलग अभिप्रेरकों और स्वच्छता कारकों पर प्रकाश डाला, जो संगठनात्मक व्यवहार एवं मानव संसाधन प्रबंधन को बहुत प्रभावित करते हैं।
मुख्य भाग:
निष्कर्ष:
हर्ज़बर्ग का अभिप्रेरक-सिद्धांत कर्मी अभिप्रेरणा की समझ में आज भी प्रभावशाली बना हुआ है। हालाँकि इसे बाद में उसकी सरलता के लिये आलोचना का विषय बनाया गया, फिर भी 'हाइजीन' और 'प्रेरक' तत्त्वों के बीच का उसका अंतर आज भी व्यापक रूप से स्वीकार्य है। यह कार्यस्थल की उत्पादकता और मनोबल को बेहतर बनाने के लिये दोनों पक्षों को संतुलित करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।