पेपर 2

भारत की शरणार्थी नीति | 06 Feb 2019 | विविध

चर्चा में क्यों?

राजनैतिक शरणार्थी और शरणार्थी में अंतर

♦ शरणार्थी के दर्जे से संबंधित यूनाइटेड नेशंस 1951 सम्मेलन
♦ 1967 प्रोटोकॉल (Relating to the status of refugees)
♦ अफ्रीका में शरणार्थी समस्याओं के विशेष पहलुओं का प्रबंधन करने के लिये 1969 में बनी अफ्रीकी एकता संस्था
♦ यूएनएचसीआर के विधान के अनुसार मान्यता प्राप्त लोग
♦ पूरक सुरक्षा अथवा अस्थायी सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति
♦ 2007 से शरणार्थी आबादी में वे लोग भी जोड़े गए हैं, जो ‘शरणार्थियों जैसी स्थिति’ में रह रहे हैं।

क्या भारत में आश्रय याचकों और शरणार्थियों के लिये एकसमान कानून है?

इस संधि को स्वीकृत करने के भारत के लिये क्या अर्थ होंगे?

अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के शरणार्थियों को मिलने वाली राहत

आगे का रास्ता


इन कानूनी मसलों को सुलझाने के लिये सबसे व्यावहारिक तरीका, सभी शरणार्थी समुदायों के लिये एकसमान आश्रय कानून को अपनाना होगा।

यह आश्रय के संबंध में भारत की सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणाली को संहिताबद्ध करने में मदद करेगा और हर बार शरणार्थी सुरक्षा का प्रश्न उठने पर ऐतिहासिक नीतियों को फिर से देखने की आवश्यकता को खत्म करेगा।

एक राष्ट्रीय शरणार्थी नियम, समानांतर प्रणालियों की जरूरत को भी कम करेगा और भविष्य में आश्रय प्रबंधन के लिये एक सुव्यवस्थित तंत्र की स्थापना भी करेगा।