क्वालिफाइंग अंग्रेज़ी भाषा प्रश्नपत्र | 09 Aug 2018

प्रश्नों की प्रकृति

  • अंग्रेज़ी भाषा प्रश्नपत्र के सभी प्रश्न अनिवार्य होते हैं, जिनका उत्तर केवल अंग्रेज़ी भाषा में लिखना होता है। 
  • इस प्रश्नपत्र में सामान्यत: 5 प्रश्न पूछे जाते हैं जो एक से अधिक उपखंडों में विभाजित रहते हैं। 
  • यह प्रश्नपत्र कुल 300 अंकों का होता है। 
  • वर्तमान परीक्षा प्रणाली के अनुसार इस प्रश्नपत्र का पहला प्रश्न निबंध लेखन (Essay Writing) से संबंधित होता है, जिसमें दिये गए 4  विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 600 शब्दों में निबंध लिखना होता है। इसके लिये 100 अंक निर्धारित होते हैं।  
  • इस प्रश्नपत्र का दूसरा प्रश्न गद्यांश (passage) से संबंधित होता है, जिसमें दिये गए गद्यांश पर आधारित 5 प्रश्नों का उत्तर लिखना होता है। इसके लिये 75 अंक निर्धारित होते हैं। 
  • तीसरा प्रश्न सारांश लेखन (Precis) से संबंधित होता है, जिसमें दिये गए गद्यांश का लगभग एक-तिहाई (1/3) शब्दों में सारांश लिखना होता है। इसके लिये 75 अंक निर्धारित होते हैं।  
  • शेष दो प्रश्न व्याकरण (Grammar) से संबंधित होते हैं, जिनके अंतर्गत विलोम शब्द (Antonyms), वाक्य शुद्धीकरण (Corrections of sentences), रिक्त स्थानों की पूर्ति (fill in the blanks), मुहावरा/लोकोक्तियाँ (Idioms/Phrases) इत्यादि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों के लिये कुल 50 अंक निर्धारित होते हैं। 

रणनीति

  • यद्यपि इस प्रश्नपत्र में प्राप्त अंकों को मुख्य परीक्षा की मेधा सूची (Merit List) में नहीं जोड़ा जाता है लेकिन इसमें न्यूनतम अर्हता अंक (Qualifying Marks) प्राप्त करना अनिवार्य होता है। 
  • इस प्रश्नपत्र के लिये न्यूनतम अर्हता अंक 25% (75 अंक) निर्धारित किये गए हैं, यानी जब तक कोई अभ्यर्थी इसमें और संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किसी एक भाषा के प्रश्नपत्र में न्यूनतम अर्हता अंक (75 अंक) प्राप्त नहीं कर लेता, तब तक उसके अन्य प्रश्नपत्रों (निबंध, सामान्य अध्ययन एवं वैकल्पिक विषय) की उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया जाता है। 
  • हिंदी माध्यम के उम्मीदवारों के लिये यह प्रश्नपत्र जहाँ थोड़ा मुश्किल होता है (क्योंकि स्कूल एवं कॉलेज़/विश्वविद्यालय स्तर पर उनके अध्ययन एवं लेखन की भाषा सामान्यत: हिंदी होती है), वहीं अंग्रेज़ी माध्यम के उम्मीदवारों के लिये यह प्रश्नपत्र अपेक्षाकृत आसान होता है (क्योंकि स्कूल एवं कॉलेज़/विश्वविद्यालय स्तर पर उनके अध्ययन एवं लेखन की भाषा सामान्यत: अंग्रेज़ी होती है)। 
  • गौरतलब है कि इस प्रश्नपत्र के क्वालिफाइंग होने के कारण ज़्यादातर अभ्यर्थी इस पर ध्यान नहीं देते हैं और अपनी सारी ऊर्जा अन्य प्रश्नपत्रों (निबंध, सामान्य अध्ययन एवं वैकल्पिक विषय) की तैयारी में झोंक देते हैं। तैयारी की इस पद्धति को सही नहीं कहा जा सकता है। 
  • इस प्रश्नपत्र में 25% अंक प्राप्त करना इतना भी आसान नहीं होता है। हाँ, पहले की अपेक्षा इसकी चुनौतियाँ कम अवश्य हुई हैं परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि इसे पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया जाए। 
  • इस प्रश्नपत्र की तैयारी के लिये विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों की प्रकृति का सूक्ष्म अवलोकन करें तथा उन प्रश्नों के उत्तर लेखन का अभ्यास करें जिनमें आप सहज हों।
  • यदि आप एक अच्छा निबंध लिख लेते हैं तथा गद्यांश और सारांश संबंधित प्रश्नों में औसत लेखन भी कर लेते हैं तो आप इस प्रश्नपत्र में क्वालिफाइंग अंक से अधिक अंक प्राप्त करने की स्थिति में रहेंगे।    
  • निबंध और सारांश लेखन के लिये आप नियमित रूप से अंग्रेज़ी भाषा के किसी दैनिक अख़बार जैसे – ‘द हिन्दू’ के संपादकीय का अध्ययन कर सकते हैं। 
  • यदि आप व्याकरण को ध्यान में रखते हुए अंग्रेज़ी के छोटे-छोटे वाक्य बनाने का अभ्यास कर लेते हैं तो आपको परीक्षा भवन में  लिखने में आसानी होगी। इसके लिये आप किसी स्तरीय पुस्तक जैसे- जे.के. चोपड़ा की ‘सामान्य अंग्रेज़ी’ पुस्तक का अध्ययन कर सकते हैं। 

नोट: मुख्य परीक्षा में, विगत वर्षों में इस प्रश्नपत्र से पूछे गए प्रश्नों के लिये इस link पर क्लिक करें।