• प्रश्न :

    डिजिटल इंटेलिजेंस एक प्रकार का ‘सामाजिक मस्तिष्क’ बनाता है जो विभिन्न क्षेत्रों को नियंत्रित करना प्रारंभ कर देता है और एकाधिकार स्थापित कर इसकी कीमत वसूलता है। यह अब तक का सबसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक संसाधन बनने जा रहा है। जिसके पास भी यह है, उसका नियंत्रण प्रत्येक वस्तु पर है। इस संदर्भ में भारत को इस वैश्विक डिजिटल प्रतिमान में असंगत नहीं होना चाहिये और क्षेत्र के बदलाव के अनुकूल बनना चाहिये। चर्चा करें।

    28 Sep, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी

    उत्तर :

    भूमिका में :-

    डिजिटल इंटेलीजेंस को स्पष्ट करते हुए प्रश्नगत कथन की सरल शब्दों में संक्षिप्त व्याख्या करें। 

    विषय-वस्तु में :-

    भूमिका से लिंक रखते हुए डिजिटल इंटेलीजेंस के महत्त्व पर चर्चा करें, जैसे :- 

    • डिजिटल इंटेलीजेंस भविष्य का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण आर्थिक संसाधन बनने जा रहा है।
    • डाटा के वैश्विक प्रवाह को सुनिश्चित किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं क्योंकि अप्रसंस्कृत डाटा तभी उपयोगी है जब इसे डिजिटल इंटेलीजेंस में परिवर्तित किया जा सके।
    • डिजिटल इंटेलीजेंस केवल कुछ ही ध्रुवों के इर्द-गिर्द केंद्रित है जो कि इंटेलीजेंस की मूल प्रकृति है इत्यादि। 

    उपर्युक्त महत्त्व के संदर्भ में वर्तमान विवादों को लिखें, जैसे :

    • अधिकांश राष्ट्र आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस (AI) सॉफ्टवेयर आपूर्ति करने वाले राष्ट्रों के ऊपर निर्भर हो जाएंगे।
    • यह व्यवस्था वर्तमान भू-राजनीतिक गठबंधन को नई दिशा प्रदान करती है इत्यादि ।
    • एक बार फिर भूमिका से जोड़ते हुए द्वितीय पैराग्राफ में डिजिटल इंटेलीजेंस के प्रति भारत की वर्तमान स्थिति तथा अनुकूलन के लाभ पर चर्चा करें।

    अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष प्रस्तुत करें।

    नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में विश्लेषित करके लिखें।