• प्रश्न :

    कृषि कल्याण अभियान किसानों के विकास के लिये उठाया गया भारत सरकार का एक महत्त्वपूर्ण कदम है। इस कथन की समीक्षा कीजिये।

    07 Jun, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था

    उत्तर :

    प्रश्न-विच्छेद
    • कृषि कल्याण अभियान किसानों के विकास के लिये उठाया एक महत्त्वपूर्ण कदम है। इस कथन की समीक्षा करनी है।
     हल करने का दृष्टिकोण
    • प्रभावी भूमिका लिखते हुए कृषि कल्याण अभियान को बताएँ।
    • विषय-वस्तु में अभियान के विस्तार क्षेत्र एवं इसके संचालन कार्यक्रम को बताएँ, साथ ही अभियान की कार्य-योजना पर भी चर्चा करें।
    • प्रश्नानुसार संक्षिप्त एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।

    कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 1 जून, 2018 से 31 जुलाई, 2018 तक के लिये कृषि कल्याण अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत किसानों को उत्तम तकनीक एवं आय बढ़ाने के बारे में सहायता और सलाह प्रदान की जाएगी।

    किसान कल्याण अभियान आकांक्षी जिलों के 1000 से अधिक आबादी वाले प्रत्येक 25 गाँवों में चलाया जा रहा है। इन गाँवों का चयन ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नीति आयोग के दिशा-निर्देशानुसार किया है। जिन जिलों में गाँवों की संख्या 25 से कम है, वहाँ के सभी गाँवों, जो 1000 से अधिक की आबादी वाले हैं, को कवर किया जाएगा। प्रत्येक जिले के कृषि विज्ञान केंद्र सभी चयनित गाँवों में कार्यक्रम को लागू करने में सहयोग करेंगे, साथ ही प्रत्येक जिले में एक अधिकारी को कार्यक्रम की निगरानी एवं सहयोग करने का प्रभार दिया गया है जिसका चयन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रमों/स्वायत्त संगठनों और संबद्ध कार्यालयों से किया गया है।

    इस अभियान की कार्य-योजना कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के विभिन्न विभागों ने मिलकर तैयार की है जिसके तहत विशिष्ट गतिविधियों का चयन किया गया है। इन गतिविधियों में शामिल हैं -

    • मुद्रा स्वास्थ्य कार्डों का सभी किसानों में वितरण।
    • प्रत्येक गाँव में मवेशियों के खुर और मुँह संबंधी रोगों से बचाव के लिये सौ प्रतिशत बोवाइन टीकाकरण।
    • भेड़ और बकरियों में पीपीआर बीमारी से बचाव के लिये सौ फीसदी कवरेज।
    • सभी किसानों के बीच दालों और तिलहन की मिनी किट तथा प्रति परिवार पाँच बागवानी/कृषि वानिकी/बाँस के पौधों का वितरण।
    • प्रत्येक गाँव में 100 एनएडीएपी पिट बनाना।
    • कृत्रिम गर्भाधान के बारे में जानकारी देना।
    • सूक्ष्म सिंचाई से जुड़े कार्यक्रमों का प्रदर्शन।
    • बहुफसली कृषि के तौर-तरीकों का प्रदर्शन।

    उपरोक्त बिंदुओं के अतिरिक्त सूक्ष्म सिंचाई एवं एकीकृत फसल के संबंध में आवश्यक जानकारी के साथ किसानों को नवीनतम तकनीकों एवं प्रौद्योगिकी के विषय में अवगत कराना तथा आईसीएआर/केवीएस द्वारा प्रत्येक गाँव में मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती और गृह उद्यान के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में महिला प्रतिभागियों और किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है।

    उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर यह कहा जा सकता है कि किसान कल्याण अभियान वास्तव में किसानों के विकास के लिये उठाया गया भारत सरकार का महत्त्वपूर्ण कदम है।