प्रश्न: “‘फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड’’ होने के बावजूद, भारत में बाल-औषधियों के लिये एक सशक्त औषधि नियामक ढाँचा नहीं है।” भारत में बच्चों के लिये बनाई जाने वाली औषधियों की सुरक्षा, गुणवत्ता और नैतिक मानकों को सुनिश्चित करने में आने वाली चुनौतियों का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
28 Oct, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्थाप्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।