प्रश्न. “सामाजिक न्याय क लिये दान की नहीं, बल्कि अभिगम्यता और गरिमा की आवश्यकता होती है।” दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के आलोक में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिये भारत के प्रयासों का मूल्यांकन कीजिये।
(150 शब्द)
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।