• प्रश्न :

    प्रश्न: जैन धर्म ने स्याद्वाद (सापेक्ष कथनपद्धति का सिद्धांत) और अनेकान्तवाद (अनेक दृष्टिकोणों का सिद्धांत) पर बल दिया। बहुलतावादी समाज में लोकतांत्रिक विमर्श और सहिष्णुता को सुदृढ़ करने में इनकी प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)

    28 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।