आप ‘XYZ बायोटेक’ के प्रबंध निदेशक हैं, जो भारत में स्थित एक तेज़ी से बढ़ती हुई दवा कंपनी है और जिसका संचालन कई विकासशील देशों में है। आपकी कंपनी ने हाल ही में तेज़ी से उत्परिवर्तित होते किसी उष्णकटिबंधीय रोग (जो उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों की बड़ी आबादी को प्रभावित कर रहा है) के लिये mRNA-आधारित एक सफल वैक्सीन विकसित की है।
इस वैक्सीन ने चरण-III के क्लिनिकल ट्रायल में 94% प्रभावशीलता प्रदर्शित की है और इसमें हज़ारों लोगों की जान बचाने की क्षमता है। हालाँकि, यह वैक्सीन निर्माण में महँगी है क्योंकि इसके लिये विशेष कोल्ड-चेन भंडारण और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों से लाइसेंस प्राप्त स्वामित्व बायोटेक्नोलॉजी इनपुट्स की आवश्यकता होती है। आपके निदेशक मंडल द्वारा प्रस्तावित मूल्य निर्धारण रणनीति अनुसंधान एवं विकास निवेश की भरपाई और लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से ₹3000 प्रति खुराक तय की गई है, जो लक्षित क्षेत्रों में कई कम आय वाली आबादी के लिये इस वैक्सीन को वहन करने योग्य नहीं बनाता है।
इस बीच, कई गैर-सरकारी संगठन, वैश्विक स्वास्थ्य संगठन और यहाँ तक कि कुछ सरकारें भी आपसे अपने पेटेंट अधिकारों को त्यागने या सस्ते संस्करणों की अनुमति देने के लिये मूल्य निर्धारण में स्तर-आधारित भिन्नता अपनाने या सार्वजनिक क्षेत्र में निर्माण के लिये स्वैच्छिक लाइसेंसिंग देने का आग्रह कर रही हैं।
आप निवेशकों के दबाव में भी हैं, जो नवाचार से उच्च लाभ की अपेक्षा रखते हैं। कुछ हितधारक सुझाव दे रहे हैं कि परीक्षणों को उन देशों में आउटसोर्स कर दिया जाये जहाँ विनियामक मानक कमज़ोर हैं, जबकि अन्य सुझाव देते हैं कि पहले समृद्ध ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित किया जाये और अविकसित/विकासशील देशों में उपलब्धता को टाल दिया जाये। आप इस बात को लेकर द्वंद में हैं, क्योंकि आप सार्वजनिक स्वास्थ्य को एक अधिकार मानते हैं, लेकिन साथ ही अपने शेयरधारकों, कर्मचारियों और कंपनी की दीर्घकालिक संवहनीयता का आप पर दायित्व भी है।
उत्तर :
परिचय:
XYZ बायोटेक ने निम्न-आय वाले क्षेत्रों को प्रभावित करने वाले एक उष्णकटिबंधीय रोग के निदान के लिये एक जीवनरक्षक mRNA वैक्सीन विकसित की है। हालाँकि, उच्च उत्पादन लागत और प्रस्तावित मूल्य निर्धारण, वहन सामर्थ्य को लेकर चिंताएँ उत्पन्न करते हैं। कंपनी वैश्विक स्वास्थ्य संस्थाओं से नैतिक दबाव और निवेशकों से वित्तीय दबाव का सामना कर रही है। प्रबंध निदेशक के रूप में, नवाचार, सुलभता और उत्तरदायित्व के बीच संतुलन बनाना मेरा दायित्व है।
मुख्य भाग:
1. इस मामले में शामिल नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये और उन पर चर्चा कीजिये।
- बौद्धिक संपदा अधिकार बनाम सामाजिक उत्तरदायित्व: पेटेंट अधिकारों को छोड़ने या स्तरीकृत मूल्य निर्धारण के अंगीकरण में बोर्ड की अनिच्छा, किफायती अभिगम के लिये वैश्विक अपीलों के साथ असंगत है।
- स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान बौद्धिक संपदा अधिकार का अत्यधिक संरक्षण, सामान्य हित एवं वैश्विक एकजुटता का उल्लंघन कर सकता है।
- लागत में कमी के साधन (जैसे: कमज़ोर नियामक क्षेत्रों को आउटसोर्सिंग): खराब विनियमन वाले क्षेत्रों में नैदानिक परीक्षणों को आउटसोर्स करके लागत कम करना नैतिक और कानूनी चिंताएँ उत्पन्न करता है।
- यह अहित न करने (किसी को नुकसान न पहुँचाना) और सूचित सहमति के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है।
- अविकसित/विकासशील देशों के लिये टीके की उपलब्धता में विलंब: अमीर बाजारों को प्राथमिकता देने से कम आय वाले देशों में टीके की उपलब्धता में विलंब होता है।
- यह वितरणात्मक न्याय का उल्लंघन करता है और इससे रोकी जा सकने वाली मौतें हो सकती हैं।
- दीर्घकालिक नैतिक व्यावसायिक संवहनीयता: अल्पकालिक लाभ अधिकतमीकरण फर्म की नैतिक छवि और वैश्विक विश्वास को नुकसान पहुँचा सकता है।
- व्यवहार नैतिकता दीर्घकालिक विश्वसनीयता और हितधारकों के विश्वास को सुनिश्चित करता है, जो गांधीवादी ‘अंत्योदय’ सिद्धांत (अंतिम व्यक्ति के उत्थान के अनुरूप है।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य बनाम लाभ अधिकतमीकरण: टीके में जीवन रक्षक क्षमता है, लेकिन इसकी कीमत कम आय वाले देशों में कई लोगों की पहुँच से बाहर है।
- उच्च मूल्य निर्धारण के कारण टीके तक अभिगम से अस्वीकृति न्याय और समानता के सिद्धांत का उल्लंघन है।
2. ऊपर वर्णित स्थिति पर आपकी तत्काल प्रतिक्रिया क्या होगी?
XYZ बायोटेक के प्रबंध निदेशक के रूप में, मेरी तत्काल प्रतिक्रिया एक संतुलित और नैतिक रूप से व्यावहारिक दृष्टिकोण द्वारा निर्देशित होगी, जिसका लक्ष्य होगा:
- जीवन की रक्षा
- व्यावसायिक संवहनीयता सुनिश्चित करना
- वैश्विक दायित्व को निभाना
- हितधारकों का विश्वास बनाए रखना
स्थिति पर तत्काल प्रतिक्रिया:
- एक स्तरीय मूल्य निर्धारण रणनीति शुरू करना: देशों के आय स्तर के आधार पर विभेदक मूल्य निर्धारण लागू किया जा सकता है:
- उच्च आय वाले देश: ₹3000/खुराक (पूरी कीमत)
- मध्यम आय: मध्यम सब्सिडी
- निम्न आय (LDC और LMIC): भारी सब्सिडी या लागत के करीब मूल्य निर्धारण।
- तर्क: विकसित देशों से राजस्व सुनिश्चित किया जाएगा जबकि गरीब आबादी तक सुगम्यता की अनुमति दी जानी चाहिये।
- सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) का अन्वेषण: GAVI, WHO और UNICEF जैसी वैश्विक स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ सहयोग किया जा सकता है:
- थोक खरीद के लिये धन संग्रहण।
- लॉजिस्टिक्स और कोल्ड-चेन अवसंरचना साझाकरण।
- दूरस्थ क्षेत्रों में वितरण में सहायता।
- तर्क: व्यापक पहुँच सुनिश्चित करते हुए कंपनी के लॉजिस्टिकल बोझ को कम करना चाहिये।
- शर्तों के अधीन स्वैच्छिक लाइसेंसिंग: कम आय वाले क्षेत्रों में विश्वसनीय सार्वजनिक क्षेत्र के निर्माताओं को स्वैच्छिक लाइसेंस प्रदान किया जा सकता है।
- गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को बनाए रखना।
- बातचीत के आधार पर रॉयल्टी के साथ सामर्थ्य सुनिश्चित करना।
- तर्क: बौद्धिक संपदा अधिकारों को सामाजिक उत्तरदायित्व के साथ संतुलित। स्थायी प्रौद्योगिकी अंतरण का समर्थन किया जाएगा।
- नैतिक नैदानिक परीक्षण नीति: एक स्पष्ट नीति जारी की जाएगी जिसमें:
- परीक्षण केवल उन देशों में आयोजित किये जाएँगे जहाँ सुदृढ़ नैतिक समीक्षा तंत्र हैं।
- सूचित सहमति और परीक्षण के बाद की देखभाल पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
- तर्क: जैव-नैतिकता के सिद्धांतों की पूर्ति: स्वायत्तता, उपकार, अहित न करने के सिद्धांत पर आधारित।
- निवेशकों के साथ पारदर्शी तरीके से जुड़ना: हितधारक परामर्श आयोजित किये जाएँगे:
- नैतिक नेतृत्व के दीर्घकालिक ब्रांड मूल्य की व्याख्या की जाएगी
- विकासशील देशों में भविष्य के बाज़ारों की संभावनाओं का प्रदर्शन
- स्तरीय मूल्य निर्धारण को एक स्थायी, प्रतिष्ठा-निर्माण कदम के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा
- तर्क: विश्वास का निर्माण करने पर आधारित, प्रतिक्रिया को कम करना और निवेशकों की अपेक्षाओं को नैतिक लक्ष्यों के साथ संरेखित करना।
- कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत एक कोष स्थापित करना: लाभ का एक हिस्सा निम्नलिखित के समर्थन के लिये आवंटित किया जाएगा:
- निःशुल्क टीकाकरण अभियान
- ग्रामीण कोल्ड-चेन अवसंरचना
- स्वास्थ्य शिक्षा और आउटरीच
- तर्क: स्वास्थ्य समानता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है।
3. यदि कोई वैश्विक स्वास्थ्य गठबंधन आपके टीके के स्वैच्छिक लाइसेंस की माँग करता है, तो आप नैतिक और रणनीतिक दोनों रूप से किस प्रकार की प्रतिक्रिया देंगे?
मैं सार्वजनिक स्वास्थ्य की नैतिक अनिवार्यता को व्यावसायिक संवहनीयता और नवाचार निरंतरता की रणनीतिक आवश्यकता के साथ संतुलित करने के लिये एक सशर्त, संरचित मॉडल के तहत स्वैच्छिक लाइसेंसिंग के लिये सहमत हूँ।
नैतिक औचित्य
- मानवीय उत्तरदायित्व: जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में एक अग्रणी के रूप में, मेरा नैतिक दायित्व है कि मैं स्वास्थ्य को एक मूल अधिकार के रूप में बनाए रखूँ, विशेष रूप से एक जानलेवा उष्णकटिबंधीय रोग के संदर्भ में।
- लागत के कारण अभिगम से इनकार करना न्याय, समानता और परोपकार के नैतिक सिद्धांतों का उल्लंघन होगा।
- वैश्विक एकजुटता का सिद्धांत: संकट के समय में जीवन रक्षक नवाचारों को साझा करना करुणा और उपयोगितावाद (अधिकतम लोगों के लिये कल्याण को अधिकतम करना) के मूल्यों के अनुरूप है।
- यह ‘मानवता की अन्योन्याश्रयता’ के नैतिक मानक को भी कायम रखता है, विशेष रूप से वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य में।
- नैतिक नेतृत्व: MD के रूप में, मुझे न केवल एक कॉर्पोरेट कार्यकारी के रूप में, बल्कि एक नैतिक प्रतिनिधि के रूप में भी कार्य करना चाहिये।
- बौद्धिक संपदा अधिकारों को पूरी तरह त्यागे बिना उचित शर्तों के तहत लाइसेंसिंग ज़िम्मेदार नवाचार की एक मिसाल कायम कर सकती है।
रणनीतिक व्यावसायिक औचित्य:
- पहुँच साझा करते हुए बौद्धिक संपदा की सुरक्षा: मुझे पूर्ण छूट का समर्थन नहीं करना चाहिये, बल्कि सुरक्षा उपायों के साथ स्वैच्छिक लाइसेंसिंग की अनुमति दी जानी चाहिये:
- रियायती दरों पर रॉयल्टी
- सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों या विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित भागीदारों तक सीमित विनिर्माण
व्यावसायिक बाज़ारों की सुरक्षा के लिये कोई निर्यात खंड नहीं
- ब्रांड इक्विटी और वैश्विक विश्वसनीयता को मज़बूत करना: नैतिक जवाबदेही का प्रदर्शन दीर्घकालिक विश्वास, प्रतिष्ठा और कूटनीतिक सद्भावना को बढ़ाता है।
- यह वैश्विक भागीदारों (जैसे: गेट्स फाउंडेशन, GAVI) को आकर्षित कर सकता है और XYZ बायोटेक को भविष्य के अनुबंधों के लिये एक पसंदीदा भागीदार के रूप में स्थापित कर सकता है।
- पूरी लागत के बोझ के बिना आपूर्ति का जोखिम कम करना और पहुँच का विस्तार करना: लाइसेंसिंग कठिन भौगोलिक क्षेत्रों में उत्पादन एवं वितरण का कार्य सौंपने में सहायता करता है, जबकि मुख्य संसाधनों को नवाचार और अनुसंधान एवं विकास पर केंद्रित करता है।
- बाज़ार कवरेज सुनिश्चित करते हुए बुनियादी ढाँचे की लागत से बचता है।
- पारदर्शी संचार के माध्यम से निवेशक संरेखण: मेरे लिये शेयरधारकों को समझाना आवश्यक है कि यह रणनीति:
- बौद्धिक संपदा को सुरक्षित रखती है
- रॉयल्टी के माध्यम से वैकल्पिक राजस्व स्रोत बनाती है
- भविष्य के नये बाज़ार खोलती है
- प्रतिष्ठा या नियामकीय प्रतिक्रिया के विरुद्ध समुत्थानशील बनाती है
4. एक कर्त्तव्यनिष्ठ लोक-हितैषी कार्यकारी के रूप में, एक संतुलित रणनीति का सुझाव दीजिये जो नवाचार, सामर्थ्य और नैतिक सत्यनिष्ठा सुनिश्चित करे।
रणनीति: मेरे लिये सुरक्षा उपायों के तहत स्वैच्छिक लाइसेंसिंग के साथ एक स्तरीय मूल्य निर्धारण मॉडल अपनाना आवश्यक है, निम्न-आय वितरण के लिये सार्वजनिक-निजी भागीदारी में संलग्न रहना और नवाचार एवं अभिगम के बीच संतुलन बनाने के लिये रॉयल्टी-आधारित लाइसेंसिंग के साथ बौद्धिक संपदा अधिकारों को बनाए रखना आवश्यक है।
औचित्य:
- मेरा लक्ष्य अधिकतम लोगों के लिये अधिकतम भलाई के सिद्धांत के अनुरूप अधिकतम लोगों के जीवन (उपयोगितावाद-अधिकतम कल्याण) को बचाना है।
- एक जनहितैषी कार्यकारी के रूप में, मानव जीवन और गरिमा की रक्षा करना मेरा नैतिक कर्त्तव्य है, जो कि कर्त्तव्य-नैतिकता (डीओन्टोलॉजिकल एथिक्स) का पालन करता है तथा स्वास्थ्य आपातकाल में विशेष लाभ के विचारों की उपेक्षा कर देता है।
- करुणा, उत्तरदायित्व और ईमानदारी के साथ कार्य करना नैतिक नेतृत्व से अपेक्षित गुणों को दर्शाता है, विशेष रूप से जीवन विज्ञान क्षेत्र में।
- सबसे कम सुविधा प्राप्त लोगों के लिये अभिगम को प्राथमिकता देना वितरणात्मक न्याय (रॉल्सियन एथिक्स) सुनिश्चित करता है, जिससे सभी व्यक्तियों को आर्थिक स्थिति की परवाह किये बिना जीवित रहने का उचित अवसर मिलता है।
निष्कर्ष:
इस दुविधा से निपटने में, लक्ष्य नवाचार को समावेशिता के साथ सामंजस्य बिठाना होना चाहिये— यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि दीर्घकालिक संवहनीयता से समझौता किये बिना, जीवन रक्षक स्वास्थ्य सेवा उन लोगों तक पहुँचे जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यक है। नैतिक नेतृत्व सभी हितधारकों के प्रति उत्तरदायित्व को नज़रअंदाज़ किये बिना जनहित को चुनने में निहित है। जैसा कि अल्बर्ट श्वित्ज़र ने कहा था, “नैतिकता जीवन के प्रति श्रद्धा के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं है।”