• प्रश्न :

    आप एक तेज़ी से शहरीकृत हो रहे ज़िले के ज़िला कलेक्टर हैं। आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों को किफायती घर उपलब्ध कराने के लिये एक बड़ी सरकारी आवास परियोजना निर्माणाधीन है। इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत एक निजी ठेकेदार द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।

    किसी शाम, निर्माणाधीन आवासीय ब्लॉक का एक हिस्सा ढह गया, जिससे पाँच श्रमिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि निर्माण कार्य में निम्नस्तरीय गुणवत्ता वाली सामग्री का प्रयोग किया गया था। इसके अलावा, यह पता चला है कि परियोजना की स्वीकृति प्रक्रिया में कई अनियमितताएँ थीं, जिसमें पर्यावरण अनुमोदन मानदंडों का उल्लंघन और स्वीकृत योजना से परे अनधिकृत विस्तार शामिल है। इस परियोजना को आपके पूर्ववर्ती अधिकारी के कार्यकाल के दौरान मंज़ूरी दी गई थी, जो अब राज्य सरकार में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं।

    जैसे ही आप गहन जाँच शुरू करते हैं, कई हितधारक आप पर भारी दबाव डालते हैं। वरिष्ठ अधिकारी आपको अपने पूर्ववर्ती को दोषी ठहराने ने से बचने की सलाह देते हैं, यह तर्क देते हुए कि इससे प्रशासन की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है। ठेकेदार जो कि एक राजनीतिक रूप से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ व्यवसायी है, रिपोर्ट को कमज़ोर करने के बदले में आपको सेवानिवृत्ति के बाद एक सलाहकार के रूप में आकर्षक भूमिका प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, स्थानीय राजनेता गरीबों को आवास प्रदान करने की तात्कालिकता का हवाला देते हुए, आपसे खामियों के बावजूद परियोजना को जारी रखने का आग्रह करते हैं। इस दौरान, श्रमिक संघ और नागरिक समाज समूह जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।

    1. इस मामले में नैतिक दुविधाओं का अभिनिर्धारण कर प्रासंगिक नैतिक सिद्धांतों को अपनाते हुए उनका विश्लेषण कीजिये।
    2. सभी हितधारकों के हितों में संतुलन बनाए रखते हुए दायित्व सुनिश्चित करने के लिये आपको क्या कदम उठाना चाहिये?
    3. बुनियादी संरचना से संबद्ध ऐसी विफलताओं की पुनरावृत्ति को रोकने में कौन-सी नीतिगत सिफारिशें सहायक सिद्ध हो सकती हैं?

    14 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़

    प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।