• प्रश्न :

    अनैतिक प्रथाओं के संभावित सामाजिक और व्यक्तिगत परिणामों सहित इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में नैतिक चुनौतियों की जाँच कीजिये। (150 शब्द)

    26 Oct, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • प्रभावकारी विपणन को परिभाषित करके अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
    • प्रभावकारी विपणन से जुड़ी नैतिक चुनौतियों पर चर्चा कीजिये। साथ ही अनैतिक प्रथाओं के संभावित सामाजिक और व्यक्तिगत परिणामों पर भी चर्चा कीजिये।
    • आप व्यक्तिगत राय के साथ उत्तर का निष्कर्ष निकाल सकते हैं।

    परिचय:

    प्रभावकारी विपणन डिजिटल विपणन का एक रूप है जिसमें किसी ब्रांड, उत्पाद या सेवा को बढ़ावा देने के लिये बड़ी संख्या में सोशल मीडिया हस्तियों के साथ सहयोग करना शामिल है। प्रभावकारी विपणन कई ब्रांडों की विपणन रणनीतियों का एक अभिन्न अंग बन गई है, जिससे उन्हें अपने लक्षित दर्शकों तक प्रामाणिक और प्रभावी ढंग से पहुँचने की अनुमति मिलती है।

    मुख्य भाग:

    प्रभावकारी विपणन कुछ नैतिक चुनौतियाँ भी प्रस्तुत करती है जो हैं:

    • प्रायोजित सामग्री में पारदर्शिता: प्रायोजित सामग्री का खुलासा करने में पारदर्शिता की कमी, जिससे विश्वास में कमी आती है और भारत के विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) द्वारा निर्धारित #विज्ञापन, #प्रायोजित, #कोलैब, या #साझेदारी जैसे लेबलिंग दिशा-निर्देशों का अनुपालन न करने के कारण उपभोक्ता अधिकारों का संभावित उल्लंघन होता है।
    • प्रामाणिकता और विश्वास: प्रभावकारी विपणन में प्रामाणिकता तथा विश्वास महत्त्वपूर्ण हैं। प्रभावकारी लोगों को ऐसे ब्रांडों के साथ साझेदारी करनी चाहिये जो उनकी मान्यताओं से मेल खाते हों, उन उत्पादों को बढ़ावा देने से बचें जिन पर वे विश्वास नहीं करते हैं और जिनमें रचनात्मक स्वतंत्रता हो। ब्रांडों को प्रभावकारी लोगों का सम्मान करना चाहिये, स्थायी संबंध बनाने चाहिये एवं अनैतिक मांगों से बचना चाहिये।
    • बौद्धिक संपदा अधिकार: प्रभावकारी विपणन में एक और नैतिक चुनौती में बौद्धिक संपदा अधिकारों का सम्मान करना शामिल है। कानूनी समस्याओं से बचने के लिये प्रभावकारी लोगों तथा ब्रांडों को संगीत, चित्र या वीडियो जैसी कॉपीराइट सामग्री सहित बिना अनुमति या उचित क्रेडिट के दूसरों की सामग्री की नकल करने या उपयोग करने से बचना चाहिये।
    • डेटा गोपनीयता: प्रभावकारी विपणन में एक प्रमुख नैतिक चिंता डेटा गोपनीयता की सुरक्षा करना है। प्रभावकारी लोगों और ब्रांडों को सहमति का सम्मान करना चाहिये, बिना अनुमति के व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना चाहिये तथा केवल सहमति के अनुसार डेटा का उपयोग करना चाहिये। डेटा सुरक्षा कानूनों का अनुपालन आवश्यक है।

    प्रभावकारी विपणन में अनैतिक प्रथाओं के संभावित सामाजिक और व्यक्तिगत परिणाम:

    • सामाजिक परिणाम:
      • उत्पादों या सेवाओं के बारे में उपभोक्ताओं को गलत सूचना देना या गुमराह करना उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा या कल्याण को प्रभावित कर सकता है।
      • यह हानिकारक जीवनशैली को प्रोत्साहित कर सकता है, विशेष रूप से कमज़ोर व्यक्तियों के बीच, और लत व खान-पान की बुरी आदतें जैसे नकारात्मक परिणामों को जन्म दे सकता है।
      • यह डिजिटल मीडिया में विश्वास को कम कर सकता है, जिससे उपभोक्ताओं के लिये सही और भ्रामक सामग्री के बीच अंतर करना कठिन हो सकता है।
      • यह बेईमानी को सामान्य बना सकता है, न केवल उपभोक्ताओं को बल्कि समाज की अखंडता को भी नुकसान पहुँचा सकता है।
      • यह ब्रांडों और प्रभावकारी लोगों के बीच अनुचित प्रतिस्पर्द्धा एवं बाज़ार विकृति पैदा कर सकता है।
    • व्यक्तिगत परिणाम:
      • अनैतिक व्यवहार किसी की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुँचा सकता है, जिसे दुबारा विश्वास हासिल करना मुश्किल हो जाता है।
      • कानूनों या विनियमों का उल्लंघन करने पर ज़ुर्माना, दंड या कारावास भी हो सकता है।
        • उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत भ्रामक विज्ञापन के लिये प्रभावकारी लोगों को दंडित किया जा सकता है।
      • अनैतिक कार्य ब्रांड और साथियों के साथ संबंधों में तनाव उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे केरियर के अवसर सीमित हो सकते हैं।
      • अपराध बोध, पश्चाताप और आत्मसम्मान की हानि तनाव, चिंता तथा अवसाद उत्पन्न कर सकती है।

    निष्कर्ष:

    प्रभावकारी विपणन एक मज़बूत डिजिटल रणनीति है जो नैतिक रूप से संचालित होने पर ब्रांडों और प्रभावकारी लोगों को लाभ पहुँचाती है। हालाँकि यह नैतिक मुद्दे उठाती है जिन पर सभी सम्मिलित पक्षों को ध्यान देने की आवश्यकता होती है। नैतिक प्रभावकारी विपणन सुनिश्चित करने के लिये केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने भ्रामक सूचनाएँ तथा विज्ञापनों की रोकथाम के लिये दिशा-निर्देश, 2022 को अधिसूचित किया है। नैतिक दिशा-निर्देशों और उद्योग की सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन करके ब्रांड और प्रभावकारी लोग इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग अभियान में नियामक अनुपालन सुनिश्चित कर सकते हैं, उपभोक्ताओं में विश्वास उत्पन्न कर सकते हैं और सफलता हासिल कर सकते हैं।