• प्रश्न :

    आप एक शहर में पुलिस अधीक्षक (एस.पी.) के रूप में पदस्थ हैं जहाँ एक आई.टी. पेशेवर के साथ सामूहिक बलात्कार एवं हत्या की भयावह घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इसके बाद से अपराधियों के प्रति बड़े स्तर पर जन-आक्रोश बढ़ा हुआ है तथा स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं होने की वज़ह से पीड़ित परिवार जाँच में सहयोग करने से मना कर रहा है। इससे पहले, जब उन्होंने नज़दीक के पुलिस स्टेशन में पीड़ित की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो पुलिस ने यह कहकर उन्हें लौटा दिया कि वह क्षेत्र उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। ऐसी परिस्थिति में जहाँ पुलिस बल मीडिया जाँच के दायरे में है-

    (a) जनता एवं पुलिस के मध्य बढ़ते अविश्वास को रोकने के लिये आप क्या करेंगे?

    (b) इसके साथ ही महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा की प्रवृत्तियों से निपटने के लिये दीर्घकालिक उपायों को सुझाइये।
    (250 शब्द)

    17 Jun, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • केस स्टडी में सम्मिलित प्रमुख हितधारकों को बताइये।
    • जनता व पुलिस के मध्य अविश्वास को कम करने के उपायों को बताइये।
    • महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा की प्रवृत्तियों को कम करने के दीर्घकालिक उपायों को बताइये।

    उपर्युक्त केस स्टडी में बलात्कार एवं हत्या की भयावह घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। उपर्युक्त केस में विभिन्न हितधारक और मुद्दे निहित हैं। एक पुलिस अधीक्षक के रूप में मेरी प्राथमिक जिम्मेदारी अपराधियों पर नकेल कसने की है तो साथ में अपने अधिकार क्षेत्र की महिलाओं की दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करना भी मेरा कर्त्तव्य है।

    इस केस स्टडी में शामिल प्रमुख हितधारक-

    • पीड़ित के माता-पिता: जिन्होंने अपनी बेटी को खो दिया है।
    • पुलिस अधिकारी: जिन्होंने समय पर कार्रवाई नहीं की।
    • पुलिस अधीक्षक: जो कि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु ज़िम्मेदार है।
    • बड़े पैमाने पर शहर की जनता: जिनमें अपराधियों के विरुद्ध आक्रोश है।

    (A) सार्वजनिक सुरक्षा एवं प्रभावी पुलिसिंग को बनाए रखने में पुलिस व स्थानीय जनता के बीच विश्वास का होना अति आवश्यक है। पुलिस पर से जनता का विश्वास उठ जाना बेहद निराशाजनक स्थिति है। एक पुलिस अधीक्षक के रूप में विश्वास की बहाली के लिये मैं निम्नलिखित उपाय करूंगा-

    • पुलिस व स्थानीय समुदाय के बीच सकारात्मक संबंध बनाए रखने के लिये कानूनी प्रक्रिया पारदर्शी व जवाबदेह होनी चाहिये जिसके लिये मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई का वास्तविक प्रसारण जनता तक हो।
    • पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में सभी व्यक्तियों व समुदायों के प्रति संवेदनशीलता का विकास करने हेतु सांस्कृतिक जुड़ाव के कार्यक्रमों का आयोजन करवाऊंगा।
    • पुलिस अधिकारियों एवं समुदाय के बीच विश्वासोत्पादन के लिये स्थानीय समुदायों के साथ मासिक बैठक बुलाना, सामुदायिक स्थलों व सड़क इत्यादि पर पैदल गश्तें बढ़ाना, स्कूल कॉलेजों आदि में पुलिस की भागीदारी पर सेमिनारों का आयोजन आदि कार्य करूंगा।

    (B) महिलाओं के विरुद्ध होने वाली हिंसा की प्रवृत्ति को कम करने के लिये दीर्घकालिक उपाय:

    • सोशल मीडिया के माध्यम से जनजागरूकता बढ़ाने का प्रयास तथा युवाओं में लिंग संवेदनशीलता के सद्गुण का विकास करके।
    • यौन हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिये उचित स्वास्थ्य देखभाल, कौशल विकास कार्यक्रम तथा सरकारी नीतियों व योजनाओं में उनके लिये विशेष प्रावधान करके।
    • स्कूलों, कॉलेजों एवं सामुदायिक बैठकों में यौन हिंसा के मुद्दे पर चर्चा करना व हिंसा को कम करने के उपायों को तलाशना।
    • संस्थानों, सार्वजनिक स्थानों तथा सार्वजनिक परिवहन के साधनों में सी.सी.टी.वी लगवाकर तथा पेनिक बटन की व्यवस्था करवाकर।
    • शहरों, कस्बों एवं गाँवों आदि में पुलिस तैनाती बढ़ाकर तथा स्वयंसेवकों को प्रेरित करके।
    • अपने बच्चों में विपरीत लिंग के प्रति संवेदनशीलता का भाव उत्पन्न करके तथा पूर्वाग्रहों की समाप्ति करके।
    • प्रशासन, पुलिस व न्यायपालिका आदि सभी स्तरों पर कानून का बेहतर प्रवर्तन व कानूनी मशीनरी को दुरुस्त बनाकर।
    • महिलाओं को आत्मरक्षा की तकनीकों को सिखाकर।

    वस्तुत: यदि देखा जाए तो पुलिस अधिकारी भी समुदाय का ही भाग होते हैं जिन पर न सिर्प कानून व्यवस्था बनाये रखने का दायित्व होता है बल्कि समाज के साथ पारस्परिक सामंजस्य स्थापित करने का भी दायित्व होता है। ऐसे में उन्हें उनके कर्तव्यों के प्रति समर्पित बनाकर प्रभावी पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जा सकता है।