• प्रश्न :

    प्रश्न. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए.आई.) में विभिन्न क्षेत्रकों की विस्तृत शृंखला को विशाल वृद्धिशील मूल्य प्रदान करने की क्षमता है। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)

    13 Apr, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए.आई.) पद को स्पष्ट कीजिये।
    • कृत्रिम बुद्धिमत्ता विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, खुदरा आदि की संवृद्धि को कैसे बढ़ा सकती है, इसकी चर्चा कीजिये।
    • ए.आई. के महत्त्व को बताते हुए निष्कर्ष लिखिये।

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए.आई.) मशीनों में मानवीय बुद्धि के अनुकरण को संदर्भित करता है, जिसे मनुष्यों की तरह सोचने और उनके कार्यों की नकल करने के लिये कार्यक्रमबद्ध (प्रोग्राम्ड) किया जाता है। इस शब्द का प्रयोग किसी भी ऐसी मशीन के लिये किया जा सकता है, जो मानवीय मस्तिष्क से संबंधित विशेषताएँ, जैसे कि सीखना और समस्या को हल करना आदि को प्रदर्शित करती है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए.आई.) राष्ट्रीय आर्थिक विकास पर परिवर्तनकारी प्रभाव डालने की क्षमता रखती है।

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता का अनुप्रयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है-

    • स्वास्थ्य देखभाल: स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में ए.आई. का अनुप्रयोग स्वास्थ्य सुविधाओं तक अभिगम में आने वाली उच्च बाधाओं से संबंधित मुद्दाें को हल करने में मदद कर सकता है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, जो कि खराब संपर्क सुविधाओं (कनेक्टिविटी) और स्वास्थ्य पेशेवरों की सीमित आपूर्ति से पीड़ित हैं (उदाहरण के लिये संचालित निदान, व्यक्तिगत उपचार, संभावित महामारियों की प्रारंभिक पहचान और प्रतिबिंबन निदान आदि तरीकों से समाधान)।
    • कृषि: कृत्रिम बुद्धिमत्ता कृषि क्रांति लाने और खाद्यान्नों की बढ़ती मांग को पूरा करने लिये आवश्यक है। उदाहरण के लिये वास्तविक समय परामर्श के माध्यम से फसल उपज में वृद्धि, कीट हमलों की उन्नत तरीकों से पहचान और बुवाई प्रथाओं को सूचित करना, फसल की कीमतों का पूर्वानुमान लगाना आदि।
    • परिवहन एवं रसद सहित उन्नत गतिशीलता: इस क्षेत्र में ए.आई. के संभावित उपयोग के मामलों में स्मार्ट मोबिलिटीे स्वायत्त बेड़े, चालक सहायता जैसी अर्द्ध-स्वायत्त विशेषताएँ और पूर्वानुमान इंजन निगरानी और रखरखाव आदि शामिल हैं।
    • खुदरा क्षेत्र: कृत्रिम बुद्धिमत्ता समाधान खुदरा क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण परिवर्तक के रूप में सामने आए हैं, जैसे कि व्यक्तिगत सुझाव प्रदान करके उपयोगकर्ता के अनुभव में सुधार किया है। इसके अंतर्गत वरीयता-आधारित ब्राउजिंग और छवि-आधारित उत्पाद खोज, ग्राहक मांग का पूर्वानुमान, बेहतर सूची प्रबंधन और कुशल वितरण प्रबंधन आदि शामिल हैं।
    • ऊर्जा: ऊर्जा क्षेत्र के अंतर्गत संभावित उपयोग में ऊर्जा प्रणाली प्रतिरूपण और अप्रत्याशितता को कम करने और विद्युत संतुलन और उपयोग में दक्षता बढ़ाने के लिये पूर्वानुमान शामिल हैं।
    • स्मार्ट शहर: नए विकसित स्मार्ट शहरों और अवसंरचना में ए.आई. का एकीकरण, तेज़ी से बढ़ती शहरीकरण की मांगों को पूरा करने और उन्हें उच्च गुणवत्तायुक्त जीवन प्रदान करने में मदद कर सकता है।
    • शिक्षा और कौशलीकरण: भारत के शिक्षा क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता संभावित रूप से गुणवत्ता और अभिगम से संबंधित मुद्दों को हल कर सकती है। उदाहरण के लिये व्यक्तिगत अधिगम, स्वचालन और प्रशासनिक कार्यों में तेज़ी लाने और शिक्षा को बीच में ही छोड़ने वाले छात्रों की संख्या को कम करने या व्यावसायिक प्रशिक्षण की संस्तुति के लिये छात्र के हस्तक्षेप की आवश्यकता का अनुमान लगाना।

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता रणनीति का उद्देश्य मुख्य रूप से तेज़ और बेहतर प्रभाव के लिये परिवर्तन की एक अपरिहार्य क्षमता का मार्गदर्शन करना है। ए.आई. पारिस्थितिक तंत्र तेज़ी से विकसित हो रहा है और यह समाजों की पहुँच अनछुए क्षेत्रों तक संभव बना रहा है। मूल्य शृंखला के व्यापक क्षेत्रों अर्थात् स्टार्ट-अप, निजी क्षेत्र, सार्वजनिक उपक्रम और सरकारी संस्थाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को अपनाना, आपूर्ति और मांग का एक उपयुक्त चक्र बनाकर अर्थव्यवस्था के विविध क्षेत्रों को व्यापक वृद्धिशील मूल्य प्रदान कराया जा सकता है।