• प्रश्न :

    निम्नलिखित को ध्यानपूर्वक पढि़ए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः

    आप पेंशन विभाग में एक क्लर्क के रूप में काम कर रहे हैं। पिछले 18 महीनों से एक सेवानिवृत्त वृद्ध व्यक्ति अपनी फाइल को पास कराने के अनुरोध के साथ आपके कार्यालय में नियमित रूप से आ रहा है, उसे अपनी जीविका और बेटी की शादी के लिये तत्काल पैसे की ज़रूरत है। लेकिन उसकी फाइल को पास करने के लिये आपका सहयोगी, जो उस फाइल पर काम कर रहा है, उससे पैसे (रिश्वत) की मांग कर रहा है। उस वृद्ध व्यक्ति के पास पैसे न होने के कारण वह आपके सहयोगी को पैसे नहीं दे पा रहा है, इसलिये उसकी फाइल पास नहीं हो रही है। आपके कार्यालय के कई कर्मचारियों को बुरा लग रहा है, लेकिन वे सभी इस मुद्दे पर चुप हैं। यह हमारे समाज को प्रभावित कर रहे भ्रष्टाचार का एक चेहरा है, लेकिन अभी तक कोई भी इसके खिलाफ आवाज़ नहीं उठा रहा है।

    उपरोक्त मामले में शामिल नैतिक मुद्दा-भ्रष्टाचार है। एक वृद्ध व्यक्ति, पेंशन, जो कि उसका अधिकार है, उसके लिये संघर्ष कर रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार की वजह से उसको अपना अधिकार नहीं मिल रहा है। समाज के हर व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिये भ्रष्टाचार को हमारे समाज से दूर करना चाहिये।

    (a) आप के अनुसार इस तरह की अभिवृत्ति के क्या कारण हैं?
    (b) आपके सहयोगी की अभिवृत्ति को बदलने में अनुनयन की क्या भूमिका हो सकती है? आप अपने सहयोगी को कैसे समझाएगें?

    14 Oct, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण: 

    • भ्रष्टाचार जैसी अभिवृत्ति के क्या कारण हैं? संक्षेप में लिखे।

    • अभिवृत्ति को बदलने में अनुनयन की भूमिका।

    अभिवृत्ति का सामान्य अर्थ किसी मनोवैज्ञानिक विषय (अर्थात् व्यक्ति, वस्तु, समूह, विचार, स्थिति या कुछ और जिसके बारे में भाव आ सके) के प्रति सकारात्मक या नकारात्मक भाव की उपस्थिति है। उदाहरण के लिये वर्तमान भारत में पश्चिमी संस्कृति और ज्ञान के प्रति सकारात्मक अभिवृत्ति है, जबकि पारंपरिक तथा रूढि़वादी मान्यताओं के प्रति आमतौर पर नकारात्मक अभिवृत्ति दिखाई पड़ती है। इस तरह की अभिवृत्ति के अनेक कारण हैं, उनमें से कुछ कारण निम्नवत हैं-

    • मूल्यों का ह्रास- आज हम नैतिक मूल्यों में गिरावट देख रहे हैं, इससे अनैतिक तरीकों को प्रोत्साहन मिलता है।
    • आवश्यकता और लालच- जरूरत सबसे आम और आवश्यक कारक है, लेकिन लालच कारकों के बढ़ने से कमजोर वर्गों का शोषण होता है, जो पैसे और धन के प्रति व्यक्तियों के दृष्टिकोण को नकारात्मक तरीके से प्रभावित करती है।
    • आकांक्षाओं का बढ़ना
    • सामाजिक कारण
    • औपनिवेशिक विरासत- किसी भी तरीके से संपत्ति को जमा करने और उसे अपनी सामाजिक स्वीकृति बढ़ाने की प्रवृत्ति आज भी चल रही है।
    • भ्रष्टाचार के संस्कृतिकरण/भ्रष्टाचार के प्रति सामाजिक मंजूरी
    • शक्ति की विषमता/कमजोर वर्गों का शोषण
    • राजनीतिक और प्रशासनिक कारण- मौजूदा राजनीतिक संस्कृति- वर्तमान राजनीतिक संस्कृति भ्रष्टाचार, पक्षपात, भाई-भतीजावाद और लाभ प्रोत्साहित करती है और जिन लोगों के अच्छे आर्थिक और राजनीतिक संपर्क हैं केवल उनके लिये फायदेमंद है।
    • स्मार्ट गवर्नेंस की अनुपस्थिति
    • संस्थागत कमजोरी
    • आर्थिक कारण
    • अभाव की राजनीति
    • प्रतियोगिता और भ्रष्टाचार
    • व्यक्तिगत कारण

    (b) अनुनयन की आपके सहयोगी की अभिवृत्ति को बदलने में क्या भूमिका हो सकती है? यदि ऐसा है तो आप कैसे अपने सहयोगी को समझाएगें?

    किसी भी व्यक्ति की मनोवृत्ति में परिवर्तन करने की प्रक्रिया को अनुनयन कहते है। व्यक्ति की अभिवृत्तियाँ अपेक्षाकृत स्थायी प्रकृति की होती हैं परंतु इनमें परिवर्तन भी संभव है। मनोवृत्तियों में परिवर्तन से तात्पर्य- व्यक्ति के विचार, विश्वास तथा व्यवहार आदि में परिवर्तन से है।

    • विश्वसनीयता को सुदृढ़ करना- मैं उसे प्रभावित करने के लिये तार्किक उदाहरणों का प्रयास करूंगा।
    • समान लक्ष्य निर्धारण- ईमानदारी और सही अभिवृत्ति के दूरगामी लाभों पर चर्चा करूंगा तथा कार्यस्थल पर भ्रष्टाचार को हतोत्साहित करने का प्रयास करूंगा।
    • सबूत प्रदान करना- तर्क व तथ्यों की मदद के साथ मैं उसे भ्रष्टाचार के प्रति सही अभिवृत्ति विकसित करने के लिये प्रोत्साहित करूंगा।
    • भावनात्मक रूप से-उसकी भावनाओं को समझ कर और सही रूप से प्रबंधन करके भावनात्मक रूप से उसकी अभिवृत्ति बदलने की कोशिश करूंगा।