• प्रश्न :

    ऐसा माना जाता है कि निर्धनता भ्रष्टाचार की ओर प्रवृत्त करती है, परंतु ऐसे भी उदाहरणों की कोई कमी नहीं है, जहाँ संम्पन्न एवं शक्तिशाली लोग बड़ी मात्रा में भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं। लोगों में व्याप्त भ्रष्टाचार के आधारभूत कारण क्या हैं। उदाहरणों सहित अपने उत्तर की पुष्टि करें।

    22 Jun, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण: 

    • भूमिका 

    • निर्धनता से भिन्न  समाज में भ्रष्टाचार के आधारभूत कारण क्या हैं?

    गरीबी भ्रष्टाचार के कारणों में से एक हो सकती है- किंतु गरीबी तथा भ्रष्टाचार में अनिवार्य संबंध नहीं है। न तो यह कहना सही है कि गरीब व्यक्ति भ्रष्ट ही होगा और न ही यह कहना ठीक है कि अमीर व्यक्ति भ्रष्ट नहीं होगा।

    भ्रष्टाचार के आधारभूत कारणों पर नज़र डालें तो हम पाते हैं की भ्रष्टाचार के कई कारणनिर्धनता से भिन्न हैं-

    • समाज में धन का महत्त्व बहुत अधिक होना।
    • आज व्यक्ति की आर्थिक स्थिति ही उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा तय करती है। उदाहरणार्थ कई लोग हर्षद मेहता की तरह भी अमीर बनना चाहते हैं, रास्ते चाहे कुछ भी हो।
    • आज समाज में भ्रष्टाचार को नैतिक स्वीकृति मिल चुकी है।
    • समाज भ्रष्ट व्यक्ति पर ईमानदार होने का दबाव नहीं बनाना, बल्कि ईमानदार व्यक्ति को पागल आदि कहकर भ्रष्ट होने की प्रेरणा देता है। प्रमाण यह है कि वैवाहिक रिश्तों के लिये सरकारी नौकरी वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाती है, किंतु उन्हें नहीं जो बेहद ईमानदार है।

    उपरोक्त के अलावा कानूनों तथा उन्हें लागू करने की प्रक्रिया का कमज़ोर होना भी एक बड़ा कारण है। भ्रष्टाचार के मुकदमें 15-20 साल तक चलते हैं और तब प्राय: आरोप साबित नहीं होते।