• प्रश्न :

    वर्ष 2018 के दौरान परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा ऊर्जा सुरक्षा और समाज के लाभ हेतु की गई उन पहलों की विस्तारपूर्वक चर्चा करें जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है।

    28 Dec, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी

    उत्तर :

    भूमिका:


    परमाणु ऊर्जा विभाग के योगदान के बारे में बताते हुए उत्तर आरंभ करें-

    वर्ष 2018 के दौरान परमाणु ऊर्जा विभाग ने ऊर्जा सुरक्षा और समाज के लाभ हेतु कई ऐसे पहल किये जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया।

    विषय-वस्तु


    विषय-वस्तु के पहले भाग में परमाणु ऊर्जा विभाग की मुख्य उपलब्यिों को विस्तारपूर्वक बताएंगे-

    • कैगा जेनरेटिंग स्टेशन का लगातार परिचालन

    ♦ यह PHWR (Pressurized Heavy Water Reactor) की परमाणु बिजली उत्पादन प्रौद्योगिकी में राष्ट्र की विकसित क्षमता को दर्शाता है।
    ♦ यह डिज़ाइन, निर्माण, सुरक्षा गुणवत्ता और परिचालन एवं रख-रखाव कार्यों में भारत के परमाणु ऊर्जा निगम की उत्कृष्टता का प्रमाण है।

    • गुजरात और राजस्थान में प्रेशराइज़्ड हैवी वाटर रिएक्टरों का निर्माण

    ♦ गुजरात के काकरापार और राजस्थान में स्थापित होने वाले 700 मेगावॉट क्षमता के प्रेशराइज़्ड हैवी वाटर रिएक्टर निर्माणाधीन हैं।

    • फास्ट ब्रीडर रिएक्टर का परिचालन शुरू
    • अप्सरा उन्नत

    ♦ अप्सरा उन्नत एक नवीनीकृत स्वीमिंग पुल के आकार का रिएक्टर है जिसका परिचालन 2018 में ट्रॉम्बे में शुरू हुआ।
    ♦ इस रिएक्टर को विभिन्न तरह के आइसोटोप के उत्पादन के लिये डिज़ाइन किया गया है।

    • साइक्लोन-30

    ♦ साइक्लोन-30 भारत का सबसे बड़ा चिकित्सकीय साइक्लोट्रॉन है जो 30MeV बीम डिलीवर करता है।
    ♦ यह साइक्लोट्रॉन संपूर्ण पूर्वी भारत की रेडियो आसोटोप ज़रूरतों को पूरा करने में समर्थ है। साथ ही यह पूरे देश के लिये पैलेडियम 103 और जरमैनियम 68 की ज़रूरतों को भी पूरा करने में सक्षम है।

    • रेडियोन्यूक्लाइड जेनरेटर का विकास

    ♦ कैंसर के निदान एवं उपचार के लिये 21 रेडियोफार्मास्यूटिकल्स के साथ सस्ती एवं प्रभावी दवाओं का विकास और दो रेडियोन्यूक्लाइड जेनरेटर विकसित किये गए हैं।

    विषय-वस्तु के दूसरे भाग में भारत एवं अन्य देशों के मध्य हुए महत्त्वपूर्ण समझौतों पर चर्चा करेंगे-


    अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बेहतर बनाने के क्रम में कुछ नए समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए जो इस प्रकार हैं-

    भारत-अमेरिका: न्यूट्रिनो भौतिकी के क्षेत्र में DAE ने अमेरिका के फर्मिलैब के साथ अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किये।

    भारत-प्राँस: महाराष्ट्र के जैतापुर में लगभग 10,000 मेगावाट की कुल क्षमता वाले छ: परमाणु ऊर्जा रिएक्टर स्थापित करने के लिये मार्च 2018 में भारत के NPCIL और प्राँस के EDF के बीच ‘इंडस्ट्रियल वे फॉरवर्ड एग्रीमेंट’ पर हस्ताक्षर किये गए।

    भारत-कनाडा: फरवरी 2018 में भारत में परमाणु ऊर्जा विभाग और कनाडा के डिपार्टमेंट ऑफ नैचुरल रिसोर्सेज़ के बीच परमाणु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और नवाचार संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गए।

    भारत-वियतनाम: मार्च 2018 में वियतनाम परमाणु ऊर्जा संस्थान, वीनाटोम (वियतनाम एटॉमिक एनर्जी इंस्टीट्यूट) के साथ प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण के क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए।

    निष्कर्ष :


    अंत में संतुलित, संक्षिप्त एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।