• प्रश्न :

    हाल के वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC: International Criminal Court) की प्रतिष्ठा में गिरावट आई है और कुछ देशों ने इसकी सदस्यता त्याग दी है। इस न्यायालय को कमज़ोर करने वाले प्रमुख बिंदु कौन-कौन से हैं तथा किस प्रकार इसे अधिक मज़बूत किया जा सकता है?

    21 Jul, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था

    उत्तर :

    हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय विश्व की शीर्ष वैधानिक संस्था है जिसके पास नरसंहार, मानवता के विरुद्ध अपराधों तथा युद्ध अपराधों के मामलों में अभियोग चलाने का स्थायी अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधिकार है। इसकी स्थापना ‘रोम संविधि’ के अंतर्गत हुई है। पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका और गाम्बिया सहित विश्व के कुछ देशों ने इसकी सदस्यता त्याग दी है जिससे इस न्यायालय की प्रतिष्ठा को धक्का लगा है।

    इस न्यायालय को कमज़ोर करने वाले प्रमुख बिंदु

    • ICC का अमेरिका, रूस, चीन और इज़राइल जैसे शक्तिशाली देशों पर न्यायाधिकार नहीं है जो इसे कमज़ोर सिद्ध करता है।
    • इसका अधिदेश संकीर्ण है एवं यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के द्वारा अधिकारों के उल्लंघन की जाँंच नहीं करता है, क्योंकि इन सदस्यों को ICC  के मामलों पर वीटो की शक्ति प्राप्त है।
    • यह अपने निर्णयों के अनुपालन के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सहयोग पर निर्भर है।

    किस प्रकार इसे अधिक मज़बूत बनाया जा सकता है?

    • रोम संविधि की अस्पष्टताएँ दूर करनी चाहियें एवं इसे अधिक स्पष्ट एवं सर्वग्राह्य बनाना चाहिये।
    • इसकी कार्ययोजना में अधिक स्पष्टता आनी चाहिये तथा फंडिंग की उपयुक्त प्रणाली विकसित करनी चाहिये।
    • ICC में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को प्राप्त वीटो शक्ति को समाप्त कर सभी राष्ट्रों को एक धरातल पर रखना चाहिये।
    • पारदर्शिता, जवाबदेहिता एवं जांँच तथा अभियोजन के सृदृढ़ीकरण के माध्यम से ICC की क्षमता में सुधार करना चाहिये। 
    • पीड़ितों की भागीदारी तथा उनका प्रभावी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना चाहिये।

    इस प्रकार, अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय को अधिक मज़बूत और समावेशी बनाकर इसे गंभीर वैश्विक अपराधों के विरुद्ध प्रभावी जांँच एवं अभियोजन के साधन के तौर पर विकसित किया जा सकता है।