• प्रश्न :

    ई-हाट जैसी पहल न केवल महिलाओं के उद्यम को पोषित करने का माध्यम है , बल्कि यह उन्हें ई-शासन से भी जोड़ती है। टिप्पणी करें।

    17 Aug, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था

    उत्तर :

    महिला ई-हाट महिला उद्यमियों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिये एक सार्थक पहल है। यह महिलाओं के लिये ऑनलाइन विपणन मंच है जहाँ वे अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर सकती हैं। ई-हाट की पहल राष्ट्रीय महिला कोष की वेबसाइट पर ही की गई है। यह विशिष्ट ई-मंच महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण को बल देगा।   

    ई-हाट की विशेषताएं-

    • यह 'डिजिटल इंडिया' का हिस्सा है और 'स्टैंड अप इंडिया' के रूप में देश भर में महिलाओं के लिये एक पहल है।
    • महिलाओं की रचनात्मक क्षमता को प्रतिबिंबित करती विधाएँ इस मंच पर प्रस्तुत हो सकती है।
    • खरीदार और विक्रेता की सुविधा के लिए उत्पाद की तस्वीरें, विवरण, लागत और निर्माता के पते के साथ मोबाइल नंबर भी ई-हाट पोर्टल पर प्रदर्शित किया जा रहा है।
    • इसमें विक्रेताओं को खरीदार से सीधे भुगतान प्राप्त होगा।
    • उत्‍पादों की श्रेणी में शॉलें, साड़ियाँ, ड्रैस फैब्रिक्‍स, सजावट का सामान, कालीन, मिट्टी के बर्तन, पुरुषों, महिलाओं एवं बच्‍चों के कपड़े, मोमबत्‍तियाँ, लिनेन आदि शामिल हैं।

    महिला ई-हाट अब तक 3.5 लाख लाभार्थियों तथा 26000 से अधिक स्वसहायता समूहों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर चुका है। पोर्टल ने 2016 में स्कॉच-गोल्ड पुरस्कार प्राप्त किया था तथा इसे “भारत में शीर्ष 100 परियोजनाओं” में से एक के रूप में दर्ज किया गया था। महिला उद्यमियों की सृजनात्मकता को निरंतर सहारा और सहयोग प्रदान करके उनको सशक्त बनाना और अर्थव्यवस्था में उनकी वित्तीय भागीदारी को सुदृढ़ करना इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है। साथ ही ऑनलाइन व्यापारिक  गतिविधियों के माध्यम से यह न केवल महिलाओं के साइबर-ज्ञान को बढ़ाता है, बल्कि ई-शासन में उनके योगदान को भी सुनिश्चित करता है।