• प्रश्न :

    तापी गैस पाइपलाइन का परिचय दें तथा इस परियोजना के महत्त्व एवं समस्याओं को उजागर कीजिये।

    09 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंध

    उत्तर :

    उत्तर की रूपरेखा- 

    • तापी परियोजना के बारे में संक्षेप में बताएँ।
    • इसके महत्त्व एवं इसके समक्ष उपस्थित चुनौतियों को बताएँ।

    तापी (TAPI) गैस परियोजना तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, पकिस्तान तथा भारत के मध्य प्रस्तावित है। एशियाई विकास बैंक (ADB) के द्वारा प्रदान की गई आर्थिक सहायता के माध्यम से इसका निर्माण किया जा रहा है। इसे इस प्रकार डिजाईन किया गया है कि प्रतिवर्ष 3.2 अरब घन क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस की आपूर्ति चारों देशों में की जा सके। इसका वितार तुर्कमेनिस्तान के गलकीनाइश तेल क्षेत्र से प्रारंभ होकर अफगानिस्तान के हेरात व कंधार तथा पाकिस्तान के क्वेटा व मुल्तान से होकर फाजिल्का तक होगा। भारत में पंजाब की सीमा तक इसकी लंबाई लगभग 1700 किलोमीटर की होगी।

    महत्त्व:

    • भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान जैसे देशों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में इस पाइपलाइन की महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी।
    • इस पाइपलाइन द्वारा भारत के बिजली संयंत्रों को गैस की आपूर्ति की जाएगी।
    • यह परियोजना ऊर्जा समस्या से जूझ रहे दक्षिण एशिया के लिये भी पथ-प्रदर्शक साबित होगी।
    • यह योजना न सिर्फ ऊर्जा सुरक्षा के आधुनिक ढाँचे का एक हिस्सा है अपितु भविष्य में एशियाई क्षेत्र में आर्थिक एवं सामाजिक स्थिरता का वाहक भी होगी।
    • तापी परियोजना मध्य एशिया में चीन के प्रभाव को भी संतुलित करेगी और भविष्य में रेल तथा सड़क कनेक्टीविटी को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है। परियोजना में शामिल देशों के मध्य आर्थिक, सामरिक एवं अन्य मुद्दों पर भी सहयोग की संभावनाएं भी बढेंगी।

    चुनौतियाँ:

    आतंकवादी गतिविधियाँ इस परियोजना के निर्माण तथा सफल क्रियान्वयन में सबसे बड़ी बाधा है।
    यह योजना भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान संबंधों के आपसी संबंधों में यदा-कदा तनाव उत्पन्न होने से भी प्रभावित होगी। अतः योजना की सफलता के लिये चारों देशों में बेहतर समन्वय की आवश्यकता होगी।

    उल्लेखनीय है कि तापी परियोजना का सफल क्रियान्वयन इस क्षेत्र में शांति, विकास और यह स्थायित्व के लिये एक ऐतिहासिक घटना साबित होगी।