• प्रश्न :

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से आप क्या समझते हैं? देश की उत्पादकता को बढ़ाने में AI की क्या भूमिका हो सकती है? इस दिशा में डिजिटल इंडिया और स्मार्ट सिटी जैसे कार्यक्रमों के संभावित योगदान पर चर्चा करें।

    11 Dec, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था

    उत्तर :

    भूमिका में:


    कृत्रिम बुद्धिमत्ता का सामान्य परिचय देते हुए उत्तर आरंभ करें-

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता अर्थात् एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना।

    विषय-वस्तु में:

    विषय-वस्तु के पहले भाग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को और स्पष्ट करते हुए देश की उत्पादकता बढ़ाने में उसकी भूमिका पर चर्चा करेंगे-

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता कंप्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है। इसमें एक ऐसे दिमाग का निर्माण होता है जिससे कंप्यूटर इंसानों की तरह सोच सके। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न प्रकारों में शामिल हैं- एल्गोरिद्म, मशीन लर्निंग, जनरल या स्ट्रांग AI, बोट आदि।

    आजकल विभिन्न क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रयोग की संभावनाएँ बढ़ती जा रही है। देश की उत्पादकता को बढ़ाने में AI महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

    AI एवं मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग, बैंकिंग इंडस्ट्री के विभिन्न कार्यों हेतु बैंकों को सक्षम बनाते हैं। इससे बैंक अपने कस्टमर की प्राथमिकता एवं ज़रूरतों को समझने में सक्षम होंगे।

    • स्वास्थ्य देखभाल में AI का प्रयोग गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुँच और उसके वहन करने की क्षमता में बढ़ोतरी ला सकता है।
    • शिक्षा के क्षेत्र में AI के प्रयोग से शिक्षा की पहुँच एवं गुणवत्ता में वृद्धि की जा सकती है।
    • अवसंरचना एवं ट्रांसपोर्ट सेक्टर में इसके प्रयोग से कनेक्टिविटी एवं सुरक्षित परिवहन में बढ़ोतरी होगी।
    • कृषि में AI के प्रयोग से किसानों की आय एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी एवं साथ ही कृषि अपशिष्टों में भी कमी आएगी।
    • इसकी मदद से मृदा एवं फसलों की स्वास्थ्य संबंधी निगरानी की जा सकेगी और किसानों को रियल टाइम सलाह भी मिल सकेगी।
    • AI के प्रयोग द्वारा भारतीयों के कौशल में बढ़ोतरी होगी जिससे गुणवत्तापूर्ण नौकरियाँ प्राप्त की जा सकेंगी।

    विषय-वस्तु के दूसरे भाग में हम डिजिटल इंडिया और स्मार्ट सिटी योजनाओं की भूमिका को स्पष्ट करेंगे-

    डिजिटल इंडिया का उद्देश्य विकास के लिये 9 प्रमुख स्तंभों पर ध्यान देना है-

    • ब्राडबैंड हाइवेज़
    • मोबाइल कनेक्टिविटी
    • पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम
    • ई-गवर्नेंस प्रौद्योगिकी के ज़रिये सरकार में सुधार लाना
    • ई-क्रांति सेवाओं की इलेक्ट्रॉनिक आपूर्ति
    • सबके लिये जानकारी
    • इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण
    • रोज़गार के लिये सूचना प्रौद्योगिकी
    • अर्ली हार्वेस्ट प्रोग्राम्स

    स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहरी नियोजन और विकास, नागरिकों की भागीदारी के साथ शहरी मामलों का प्रबंधन, क्षेत्र आधारित विकास, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाओं आदि के लिये लचीलापन और बेहतर शासन तथा बुनियादी ढाँचे के प्रबंधन के लिये प्रौद्योगिकी आधारित समाधान के द्वारा शहरी परिदृश्य को नया स्वरूप प्रदान करने पर फोकस किया गया है।

    स्पष्ट रूप से इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में AI का महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

    निष्कर्ष

    अंत में संतुलित, सारगर्भित एवं संक्षिप्त निष्कर्ष लिखें-

    देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण एवं ई-गवर्नेंस में कारगर प्रगति सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। डिजिटल इंडिया के उद्देश्य समावेशी विकास, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स सेवाएँ, उत्पाद, उपकरण, विनिर्माण एवं रोज़गार के अवसर शामिल है, को प्राप्त करने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक महत्त्वपूर्ण कारक के रूप में उभर कर सामने आएगा। इस प्रकार की पहलों के परिणामस्वरूप ही भारत डिजिटल रूप से एक अधिकार समाज बन सकेगा। ज़रूरत है भारत को कृत्रिम बुद्धिमत्ता का लाभ उठाने के लिये ज्ञान अर्थव्यवस्था में रूपांतरित करने की, जिसमें AI की एक अहम् भूमिका है।