• प्रश्न :

    कोई कार्य अपने-आप में महान नहीं होता, केवल वे छोटे कार्य जो महान प्रेम के द्वारा किए जाते हैं महान हो जाते हैं। इस कथन का समालोचना पूर्वक विश्लेषण कीजिये

    23 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    मदर टेरसा ने कहा था कि कोई व्यक्ति महान कार्य नहीं करता, पर हर व्यक्ति छोटे-छोटे कार्यों को महान प्रेम के द्वारा कर सकता है। वास्तव में उस व्यक्ति का प्रेम ही साधारण से दिखने वाले कार्य को महान बना देता है। इस कथन को कुछ उदाहरणों के माध्यम से देखा जा सकता है।

    • एक उदाहरण स्वयं मदर टेरेसा का ही है, उन्होंने एक साधारण प्रतीत होने वाले उपचारिका का कार्य महान प्रेम के द्वारा किया और कुष्ट रोगियों की निःस्वार्थ सेवा करके सम्पूर्ण विश्व को प्रेरित किया। 
    • उसी प्रकार विवेकानंद जैसे व्यक्तियों ने साधारण सा प्रतीत होने वाले सेवा के कार्य को आधार बना कर सम्पूर्ण विश्व में भारत को एक नई पहचान दी।
    • उसी प्रकार महात्मा गाँधी ने अहिंसा तथा सत्याग्रह जैसी उक्तियों का प्रयोग कर तत्कालीन समय की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी शक्ति को घुटने टेकने के लिये मजबूर कर दिया।

    उपचारिका, सेवा का कार्य तथा अहिंसा जैसे कार्य इतने साधारण हैं कि इनका प्रयोग कोई भी व्यक्ति कर सकता है, किन्तु सभी व्यक्ति इन कार्यों को महान प्रेम के साथ नहीं कर पातें और ये कार्य साधारण बन कर रह जाते हैं। हम अपनी कार्य संस्कृति में कार्य से प्रेम को प्रोत्साहित करके बेरोज़गारी, गरीबी जैसी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और विश्व को अधिक खुशहाल बना सकते हैं।