• प्रश्न :

    निम्नलिखित को परिभाषित करते हुए प्रशासन में इनके महत्त्व को बताएँ। 1) पारदर्शिता 2) जवाबदेही 3) निष्पक्षता 4) गैर-पक्षपात

    07 Apr, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    1. पारदर्शिताः पारदर्शिता का अर्थ है, खुलापन, सूचना की आसानी से प्राप्ति और उत्तरदायित्व। किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में पारदर्शिता बुनियादी मूल्य है।

    प्रशासन में पारदर्शिता होने से सरकार के प्रदर्शन, विभिन्न कार्यों पर किये जाने वाले खर्च और सरकार की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त होती है, जो प्रशासन में जवाबदेही को सुनिश्चित करती है तथा अनैतिक गतिविधियों, जैसे- भ्रष्टाचार पर अकुंश लगता है।

    2. जवाबदेहीः सामान्य अर्थ में इसका संबंध की गई कार्रवाई या फैसले के औचित्य को निर्धारित करना है किंतु प्रशासन के संदर्भ में इसका अर्थ भिन्न है। इस संदर्भ में इसका अर्थ है कि लोगों द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों को उनके द्वारा निर्मित नीतियों और किये जाने वाले कार्यों के लिये मतदाताओं को स्पष्टीकरण देना चाहिये। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था में अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।

    प्रशासन में इसका महत्त्व निम्नलिखित रूप में हैः

    • यह सार्वजनिक हित के प्रति प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करती है।
    • यह राजनैतिक तटस्थता बनाए रखने में सहायक है।
    • लोकतंत्र को बढ़ावा देती है।
    • प्रशासनिक नैतिकता को बढ़ावा देती है।

    3. निष्पक्षताः यह एक न्याय का सिद्धांत है, जो कहता है कि कोई भी निर्णय वस्तुनिष्ठ मानदंडों पर आधारित होना चाहिये न कि पक्षपात, पूर्वाग्रह या अनुचित कारणों के आधार पर एक व्यक्ति के ऊपर दूसरे को लाभ प्रदान करने वाला।

    प्रशासनिक महत्त्वः

    • यह सरकार और विषय के बीच विश्वास की कमी के अंतराल को भरने में मदद करता है।
    • यह किये गए कार्यों को वैधता प्रदान करता है और इसे अधिक प्रभावशाली बनाता है।
    • यह भ्रष्टाचार और पक्षपात से बचाता है।
    • यह राजनीतिक संबद्धता के आधार पर भेदभाव को रोकने में सहायता करता है।
    • यह सहकारिता की भावना को विकसित करता है।

    4. गैर-पक्षपातः गैर पक्षपात राजनीतिक तटस्थता को संदर्भित करता है या इसे राजनीतिक निष्पक्षता के रूप में परिभाषित किया जाता है।

    प्रशासनिक महत्त्वः

    • यह प्रशासन को किसी राजनीतिक दल से डरे बिना पक्ष में या विपक्ष में कार्य करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
    • यह प्रशासन को किसी दल की विचारधारा के बजाय संविधान और नियमों, विनियमों के अनुसार कार्य करने के लिये प्रोत्साहित करता है।
    • यह राजनेता और जनता के मध्य विश्वास के अंतराल को भरने में मदद करता है।
    • इससे संसाधनों के न्यायपूर्ण वितरण को बढ़ावा मिलता है।